लखनऊ में अखिल भारतीय कोली समाज की बैठक का आयोजन:22 राज्यों के प्रतिनिधि शामिल हुए, राजनीतिक हिस्सेदारी की उठी मांग

लखनऊ में रविवार को कोरी ( कोली ) समाज की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक गन्ना संस्थान में हुई। इसमें राजनैतिक भागीदारी और एकजुटता पर चर्चा हुई। बैठक में 22 प्रदेशों से आए प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। राज्यमंत्री मनोहर लाल पंथ मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। बैठक में मनोहर लाल पंथ ने कहा- राजनैतिक भागीदारी के लिए समाज को एकजुट होना आवश्यक है। सभी राजनैतिक दलों को अपनी ताकत का अहसास कराना होगा। समाज को आबादी के अनुसार भागीदारी चाहिए जो अभी नहीं मिली है। समाज का विकास संभव नहीं उन्होंने कहा-राजनीति में महत्वपूर्ण स्थान मिले बिना समाज का विकास संभव नहीं है। आज हमारे समाज के लोगों को राजनीतिक रूप से आगे नहीं बढ़ने दिया जा रहा है। मगर यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम समाज के युवाओं और बुद्धिजीवी वर्गों को राजनीति में आगे बढ़ाएं। महत्वपूर्ण पदों पर स्थान दिया जाए विशिष्ट अतिथि पूर्व केंद्रीय मंत्री भानु प्रताप वर्मा ने कहा- समाज के विकास के लिए महत्वपूर्ण पदों पर स्थान दिया जाए। राजनैतिक दल कोरी समाज को राज्यसभा, विधान परिषद और विभिन्न बोर्डों और आयोगों में स्थान दें। समाज के राजनैतिक उत्थान में सहभागी बनें। समाज के लोग एकजुट होकर लड़ाई लड़ें राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेंद्र कश्यप ने कहा- यह संगठन समाज की सांस्कृतिक,शैक्षिक,आर्थिक उन्नति के लिए पूरे देश में काम कर रहा है। आवश्यकता है कि समाज के सभी छोटे और मझौले संगठनों को 'अखिल भारतीय कोली समाज' संगठन से जोड़ दिया जाए। एक मंच पर आकर समाज की लड़ाई लड़ी जाए। समाज के सभी लोग एकजुट होकर अधिकारों की लड़ाई लड़ें।

Jan 12, 2025 - 21:35
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लखनऊ में अखिल भारतीय कोली समाज की बैठक का आयोजन:22 राज्यों के प्रतिनिधि शामिल हुए, राजनीतिक हिस्सेदारी की उठी मांग
लखनऊ में रविवार को कोरी ( कोली ) समाज की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक गन्ना संस्थान में हुई। इसमे

लखनऊ में अखिल भारतीय कोली समाज की बैठक का आयोजन

लखनऊ में हाल ही में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें अखिल भारतीय कोली समाज के पदाधिकारियों और सदस्यों ने भाग लिया। इस अवसर पर 22 राज्यों के प्रतिनिधि एकत्रित हुए, जिन्होंने अपनी मुद्दों को उठाने का साहस दिखाया। यह बैठक समाज की राजनीतिक हिस्सेदारी को लेकर चर्चा करने के लिए आयोजित की गई थी।

बैठक का उद्देश्य

बैठक का मुख्य उद्देश्य कोली समाज के सदस्यों की राजनीतिक हिस्सेदारी को मजबूत करना और समाज के अधिकारों तथा मांगों को उचित मंच प्रदान करना था। इस प्रकार की बैठकें समाज की एकता को बढ़ावा देती हैं और उनके मुद्दों को जनआंदोलन का रूप देती हैं।

प्रतिनिधियों की मांगें

प्रतिनिधियों ने समय की आवश्यकता को समझते हुए अपनी मांगों को स्पष्ट रूप से प्रस्तुत किया। उन्होंने राजनीतिक हिस्सेदारी की मांग की, जिसमें समाज के सदस्यों को राजनीतिक निर्णय प्रक्रिया में अधिक प्रभावी स्थान देने का आग्रह किया गया। इसके अलावा, उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया, जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं, और आर्थिक विकास।

आगे की योजनाएं

बैठक के अंत में, सभी सदस्यों ने यह निर्णय लिया कि वे भविष्य में इस प्रकार की अधिक बैठकों का आयोजन करेंगे ताकि समाज की राजनीतिक हिस्सेदारी को सुनिश्चित किया जा सके। समाज के प्रमुख नेताओं ने यह भी कहा कि उन्हें सभी स्तरों पर प्रतिनिधित्व की आवश्यकता है।

इस बैठक ने एक महत्वपूर्ण मोड़ दिखाया है और यह स्पष्ट करता है कि कोली समाज उनकी आवाज को उठाने के लिए गंभीर है। साथ ही, यह महत्त्वपूर्ण है कि हम समझें कि एकजुटता में ही शक्ति है।

इस प्रकार, यह बैठक न केवल समाज के लिए एक मंच थी, बल्कि यह उनकी आवाज को सुनने का एक अवसर भी था। हालांकि, अब देखने वाली बात यह होगी कि समाज इन मांगों को कैसे प्रभावी रूप से आगे बढ़ाता है।

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