लखनऊ में नए 'ग्रीन कॉरिडोर' का काम तेज:मंडलायुक्त ने किया निरीक्षण, सौमित्र वन भी गई; 5 केडी रोड पर विकसित हो रहा वाक-वे और कैफेटेरिया
लखनऊ शहर को हरियाली और बेहतर शहरी विकास की ओर ले जाने के लिए मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब ने 5 केडी रोड के सामने बन रहे कैनाल नाले के दोनों ओर 900 मीटर में विकसित हो रहे पार्क का निरीक्षण किया। यह पार्क न केवल शहरवासियों को सुकून भरा माहौल देगा, बल्कि पर्यावरण के लिहाज से भी अहम साबित होगा।' ग्रीन कॉरिडोर' के तौर पर विकसित होगा पार्क एलडीए (लखनऊ विकास प्राधिकरण) द्वारा विकसित किए जा रहे इस प्रोजेक्ट में नाले के दोनों ओर वाक-वे, कैफेटेरिया, पार्किंग, और हॉर्टिकल्चर ग्रीनिंग का काम किया जा रहा है। मौके पर मौजूद अधिकारियों ने बताया कि पार्क को 'ग्रीन कॉरिडोर' के रूप में तैयार किया जा रहा है, जो न केवल सौंदर्य बढ़ाएगा बल्कि नागरिकों के लिए स्वास्थ्यप्रद वातावरण भी उपलब्ध कराएगा। मंडलायुक्त के निर्देश निरीक्षण के दौरान मंडलायुक्त ने अधिकारियों को कार्य की गुणवत्ता और मानक का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य तय समयसीमा में पूरा होना चाहिए और हरियाली (ग्रीनिंग) पर विशेष ध्यान दिया जाए। पेड़ों की कटाई और छंटाई का काम भी प्राथमिकता के साथ करने का आदेश दिया गया। सौमित्र वन का भी निरीक्षण इस अवसर पर मंडलायुक्त ने निर्माणाधीन सौमित्र वन का भी निरीक्षण किया। यह वन एक अन्य महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है, जो लखनऊ के पर्यावरण को और समृद्ध बनाएगा। अधिकारियों ने मंडलायुक्त को इस वन की विशेषताओं और प्रगति की जानकारी दी। विकास के साथ पर्यावरण की चिंता मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब ने कहा, "इन प्रोजेक्ट्स का उद्देश्य केवल सौंदर्यीकरण नहीं है, बल्कि यह पर्यावरण को बेहतर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। हरियाली और पेड़ों का रखरखाव हमारी प्राथमिकता है।" योजना में क्या-क्या रहेगा? पार्क के विकास के तहत 900 मीटर के इलाके में वाक-वे, बैठने की व्यवस्था, कैफेटेरिया, और ग्रीन जोन तैयार किए जाएंगे। इसके साथ ही पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्था होगी ताकि नागरिकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। यह इलाका आने वाले दिनों में लखनऊवासियों के लिए एक प्रमुख आकर्षण रहेगा।

लखनऊ में नए 'ग्रीन कॉरिडोर' का काम तेज: मंडलायुक्त ने किया निरीक्षण
लखनऊ शहर में हरियाली और आवागमन को सुगम बनाने के लिए नए 'ग्रीन कॉरिडोर' का काम तेजी से चल रहा है। इस प्रोजेक्ट की स्थापना से न केवल शहर का पर्यावरण सुधारने में मदद मिलेगी बल्कि यह शहरवासियों को एक शानदार वाक-वे और कैफेटेरिया जैसी सुविधाएँ भी प्रदान करेगा। हाल ही में मंडलायुक्त ने प्रोजेक्ट का निरीक्षण किया, जिसमें सौमित्र वन भी शामिल था।
ग्रीन कॉरिडोर का महत्व
ग्रीन कॉरिडोर का उद्देश्य शहर में अधिक हरित क्षेत्र विकसित करना है, जिससे वायु गुणवत्ता में सुधार होगा और नागरिकों को प्रकृति के निकट लाया जाएगा। यह परियोजना विशेष रूप से शहर के विभिन्न हिस्सों को जोड़ने में सहायक होगी, जिससे ट्रैफिक की समस्याओं में कमी आएगी।
निर्देश और विकास कार्य
मंडलायुक्त ने निरीक्षण के दौरान विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। विकास के तहत 5 केडी रोड पर एक विशेष वाक-वे और कैफेटेरिया का निर्माण किया जा रहा है। यह लोगों को आराम करने और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने के लिए एक बेहतरीन स्थान उपलब्ध कराएगा।
स्थानीय जनता की भागीदारी
इस प्रोजेक्ट को सफल बनाने के लिए स्थानीय लोगों की भागीदारी भी सुनिश्चित की जा रही है। अधिकारियों द्वारा जनता के साथ संवाद किया जा रहा है ताकि उनकी आवश्यकताओं और सुझावों को ध्यान में रखा जा सके।
इस नए 'ग्रीन कॉरिडोर' के कार्यान्वयन से लखनऊ की शहरी योजना में एक नया आयाम जुड़ने की उम्मीद है, जो नागरिकों के जीवन स्तर को सुधारने के साथ-साथ उन्हें प्रदूषण से छुटकारा दिलाने का प्रयास करेगा।
निष्कर्ष
लखनऊ में नए 'ग्रीन कॉरिडोर' का कार्य तेजी से जारी है और यह केडी रोड पर विकास के साथ-साथ सौमित्र वन के उपयोग को भी सुविधाजनक बनाएगा। यह परियोजना हरित क्षेत्र के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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