लाहौल में पूर्व विधायक की पट्टिकाओं पर कालिख पोती:कई इनोग्रेशन और फाउंडेशन स्टोन तोड़े; BJP ने DC-DSP को दी शिकायत
हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला लाहोल स्पीति में कांग्रेस के पूर्व बागी विधायक रवि ठाकुर की उद्घाटन और शिलान्यास पट्टिकाओं को तोड़ा जा रहा है। या फिर इन पट्टिकाओं पर कालिख पोती जा रही है। इससे लाहौल स्पीति में सियासी माहौल गरमाया है। भाजपा नेताओं ने DC लाहौल स्पीति और पुलिस से इस मामले में उचित कार्रवाई की मांग की है। पुलिस के अनुसार, वीरवार रात को कुछ असामाजिक तत्वों ने पूर्व कांग्रेस विधायक एवं भाजपा नेता रवि ठाकुर द्वारा कराए गए विभिन्न विकास कार्यों की शिलान्यास और उद्घाटन पट्टिकाओं को तोड़ा है। कैफेटेरिया की शिलान्यास पट्टिका को भी तोड़ा भाजपा जिलाध्यक्ष रिगजिन सेंफल हायरप्पा ने कहा कि राजनीतिक द्वेष की भावना से इस तरह का व्यवहार उचित नहीं है। उन्होंने कहा, त्रिलोकीनाथ बस अड्डे में कैफेटेरिया की शिलान्यास पट्टिका को भी तोड़ा गया है। DSP को दिए ज्ञापन में रवि की सुरक्षा की चिंता जताई भाजपा ने DSP केलांग राज कुमार को भी एक शिकायत पत्र सौंपा। इसमें पूर्व विधायक रवि ठाकुर की सुरक्षा को लेकर भी चिंता जताई गई है। शिकायत में कहा गया कि उन पर पहले भी जानलेवा हमला हो चुका है। इस वजह से उन्हें केंद्र सरकार से वाई श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है। ASP ने सभी थाना प्रभारी को दिए जांच के निर्देश BJP की शिकायत के बाद ASP ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सभी थाना प्रभारियों को जांच के निर्देश दे दिए हैं। DSP केलांग ने उचित कार्रवाई का भरोसा दिया।

लाहौल में पूर्व विधायक की पट्टिकाओं पर कालिख पोती
लाहौल में एक विवादास्पद घटना सामने आई है, जहां पूर्व विधायक की पट्टिकाओं पर कालिख पोती गई है। इस घटना ने राजनीतिक माहौल को गर्म कर दिया है। असल में, कई परियोजनाओं के उद्घाटन और फाउंडेशन स्टोन को तोड़ने की घटनाएं भी सामने आई हैं। भाजपा ने इस मामले में जिला कलेक्टर (DC) और Deputy Superintendent of Police (DSP) को शिकायत दी है। यह घटनाएं न केवल स्थानीय राजनीतिक स्थिति को प्रभावित कर रही हैं, बल्कि आम जनता के बीच असंतोष भी बढ़ा रही हैं।
घटनाक्रम का संक्षिप्त वर्णन
सूत्रों के अनुसार, यह घटना तब घटी जब क्षेत्र में कुछ व्यक्तियों ने पूर्व विधायक के द्वारा आयोजित समारोहों की पट्टिकाओं पर कालिख पोती। इस कृत्य के पीछे राजनीतिक प्रतिशोध का संदेह व्यक्त किया जा रहा है। इन पट्टिकाओं पर कालिख पोतने के पीछे मुख्य कारण राजनीतिक विरोध और असंतोष हो सकता है। भाजपा ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अपने जिला और पुलिस अधिकारियों से इस मामले की जांच करने की मांग की है।
स्थानीय राजनीतिक तनाव
यह घटना केवल पट्टिकाओं पर कालिख पोतने का मामला नहीं है, बल्कि यह स्थानीय राजनीतिक तनाव का भी प्रतीक है। पिछली कुछ घटनाओं में, स्थानीय भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि विपक्षी दल के सदस्यों ने उनकी परियोजनाओं को लक्षित करने का प्रयास किया है। ऐसे में, इस तरह की गतिविधियाँ उनके राजनीतिक अस्तित्व को चुनौती दे रही हैं।
समुदाय की प्रतिक्रिया
स्थानीय समुदाय ने इस घटना की गंभीरता को स्वीकार किया है, हालांकि अधिकारिक बयान अभी भी आने बाकी हैं। कुछ लोगों का मानना है कि इस प्रकार की घेराबंदी केवल अधिक तनाव और संघर्ष को जन्म देगी। जबकि अन्य वर्ग इसके कड़े प्रतिशोध और जवाबी कार्रवाई की संभावना को लेकर चिंतित हैं।
भविष्य की योजनाएँ
भाजपा ने अपने नेताओं की एक बैठक बुलाई है जिसमें भविष्य की रणनीतियों पर चर्चा की जाएगी। पार्टी का मानना है कि उन्हें इस तरह की गतिविधियों का प्रभावी ढंग से विरोध करने के लिए एक मजबूत टीम की आवश्यकता है। इसके अलावा, पार्टी ने स्थानीय प्रशासन से भी अपील की है कि वे ऐसे मामलों की गंभीरता को समझें और कार्रवाई करें।
इस मुद्दे पर आगे बढ़ते हुए और स्थिति को बेहतर बनाने के लिए, भाजपा ने जन साक्षरता और जागरूकता अभियानों की योजना बनाई है।
News by indiatwoday.com Keywords: लाहौल घटनाएं, पूर्व विधायक पट्टिकाएँ, भाजपा शिकायत, जिला कलेक्टर DSP, राजनीतिक तनाव, कालिख पोती, उद्घाटन फाउंडेशन स्टोन, स्थानीय चुनाव, पार्टियों के बीच संघर्ष, राजनीतिक प्रतिशोध.
What's Your Reaction?






