विपराज के कोच बोले-वे पहले बैटर थे:बाद में NCA में बॉलर चुने गए; DC-LSG मैच में दिल्ली से 15 गेंद में 39 रन बनाए
IPL के 18वें सीजन में सोमवार को खेले गए चौथे मैच में दिल्ली कैपिटल्स ने लखनऊ सुपर जायंट्स को एक विकेट से हरा दिया। दिल्ली की जीत में आशुतोष शर्मा के साथ विपराज निगम ने भी अहम रोल निभाया। विपराज दिल्ली की पारी के दौरान जब नंबर-8 पर बल्लेबाजी करने उतरे तो टीम का स्कोर 113/6 था। उन्होंने तेजी से बल्लेबाजी की और महज 15 गेंद पर 39 रन की पारी खेल दी। विपराज ने मैच में 1 विकेट भी लिया। इस 20 साल के ऑलराउंडर ने उत्तर प्रदेश टी-20 लीग 2024 में लखनऊ फाल्कन्स के लिए खेलते हुए 12 मैच में 20 विकेट झटके थे। वे दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे। हालांकि, विपराज ने करियर की शुरुआत बतौर बैटिंग-ऑलराउंडर की थी। बारांबकी की यूथ क्रिकेट क्लब से की शुरुआत UP के बाराबंकी के रहने वाले विपराज वहां के यूथ क्रिकेट क्लब में कोच सरवर नवाब के पास अभ्यास करते हैं। नवाब दैनिक भास्कर को बताते हैं कि जब विपराज 10 साल के थे तब उनके पिता विजय निगम मेरे पास लेकर आए थे। विपराज के पिता टीचर हैं। विपराज शुरू से ही बैटिंग करते थे। साथ ही उन्हें स्पिन बॉलिंग में भी रुचि थी। अकादमी में हमारी भी कोशिश होती है कि बच्चे बैटिंग-बॉलिंग दोनों करें। उनका अंडर-14 यूपी टीम में सिलेक्शन भी बतौर बल्लेबाज ही हुआ था। अंडर-19 में UP टीम से गेंदबाजी का मिला मौका नवाब कहते हैं कि विपराज को अंडर-16 में बल्लेबाजी का मौका जोनल लेवल के टूर्नामेंट में नहीं मिल पाया। ऐसे में उनका सिलेक्शन जोनल टीम में नहीं हो पाया और इस वजह से वे स्टेट टीम में भी नहीं खेल सके। वहीं, अंडर-19 के ट्रायल के दौरान चयनकर्ताओं ने उनकी बॉलिंग स्किल को पहचाना और टीम में जगह दी। यही नहीं, UP अंडर-19 से वह गेंदबाजी करने लगे और वह उस समय बेस्ट बॉलर रहे। इस वजह से उनका नेशनल क्रिकेट एकेडमी (NCA) में भी चयन बतौर गेंदबाज के तौर पर हुआ। पिछले साल सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में UP के लिए विकेट लेने के साथ उन्होंने रन भी बनाए। वह पिछले साल UP प्रीमियर क्रिकेट लीग में दूसरे टॉप विकेट टेकर रहे। दिल्ली कैपिटल्स ने भी उनका चयन बतौर गेंदबाज के तौर पर ही किया था गली-मोहल्ले में क्रिकेट खेलते हुए देखकर कोच के पास ले गए पिता विपराज गली-मोहल्ले में बच्चों के साथ क्रिकेट खेलते थे। क्रिकेट में उनके इंटरेस्ट को देखते हुए उनके पिता विजय निगम बाराबंकी में क्रिकेट अकादमी के बारे में पता किया और कोच सरवर नवाब के पास ले गए। विजय के मुताबिक, विपराज जब 8 साल का था, तभी से गली-मोहल्ले में क्रिकेट खेलता था। उसकी क्रिकेट में रुचि ज्यादा थी। पढ़ने में वह नॉर्मल स्टूडेंट था। मैंने उनके इंटरेस्ट को देखते हुए उनसे एक दिन पूछा आपको क्या करना है। उनका जवाब था कि मैं क्रिकेट खेलना चाहता हूं। उसके बाद मैंने बाराबंकी में क्रिकेट अकादमी और कोच के बारे में पता किया। विपराज जो भी है, वह कोच की बदौलत है। मुझे क्रिकेट के बारे में कुछ भी पता नहीं था। _________________________ स्पोर्ट्स की यह खबर भी पढ़ें... आखिरी ओवर में आशुतोष ने दिखाया दम:9 विकेट गिरने के बाद भी दिल्ली को जिताया; इम्पैक्ट प्लेयर की फिफ्टी से हारा लखनऊ दिल्ली कैपिटल्स ने IPL-18 के रोमांचक मुकाबले में लखनऊ सुपरजायंट्स को 1 विकेट से हरा दिया। टीम ने 20वें ओवर की तीसरी बॉल पर 210 रन का टारगेट हासिल कर लिया। इम्पैक्ट प्लेयर आशुतोष शर्मा ने छक्का लगाकर टीम को जीत दिलाई, वे 31 गेंद पर 66 रन बनाकर नॉटआउट रहे। पूरी खबर

विपराज के कोच बोले-वे पहले बैटर थे: बाद में NCA में बॉलर चुने गए
क्रिकेट की दुनिया में खिलाड़ियों की भूमिका में बदलाव एक आम बात है। हाल ही में, विपराज के कोच ने एक बहुत ही दिलचस्प टिप्पणी की है जिसमें उन्होंने बताया कि विपराज पहले एक बेहतरीन बैटर के रूप में जाने जाते थे, लेकिन बाद में उन्हें राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (NCA) में गेंदबाज के रूप में जाना गया। यह बदलाव न सिर्फ विपराज के लिए, बल्कि उनके फैंस और क्रिकेट प्रेमियों के लिए भी महत्वपूर्ण है। खासकर जब वह दिल्ली कैपिटल्स और लखनऊ सुपर जायंट्स (DC-LSG) के बीच हुए मैच में केवल 15 गेंदों में 39 रन बनाकर सुर्खियों में आए थे।
विपराज की बल्लेबाजी क्षमता
विपराज की बल्लेबाजी क्षमता ने उन्हें खेल के दौरान कई मौके पर चमकाया है। उनकी पावर हिटिंग और तेज़ी से रन बनाने की क्षमता ने उन्हें एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बना दिया है। इस मैच में उनका प्रदर्शन निस्संदेह पार्क में मौजूद सभी दर्शकों का ध्यान खींचने में सफल रहा। विपराज की यह ऊर्जा और खेल के प्रति जुनून उन्हें एक अद्वितीय क्रिकेटर बनाता है।
NCA में गेंदबाज के रूप में चुनना
विपराज के कोच के अनुसार, ऐसा लगता है कि विपराज ने अपनी बल्लेबाजी से अधिक बॉलिंग में करियर बनाने का निर्णय लिया है। NCA में गेंदबाज के रूप में उनका चयन इस बात का स्पष्ट संकेत है कि उनके भीतर एक नए कौशल को विकसित करने की अद्वितीय क्षमता है। यह खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण है कि कैसे आप एक खेल में अपनी भूमिकाएँ बदल सकते हैं और फिर भी उत्कृष्टता हासिल कर सकते हैं।
दिल्ली कैपिटल्स बनाम लखनऊ सुपर जायंट्स मैच
दिल्ली कैपिटल्स और लखनऊ सुपर जायंट्स के बीच हुए मैच ने क्रिकेट फैंस का ध्यान खींचा। विपराज का उत्पादन हर किसी को प्रभावित कर गया। केवल 15 गेंदों में 39 रन बनाकर, उन्होंने पूरे ग्राउंड पर एक रोमांचक माहौल बना दिया। उनकी आक्रामक बल्लेबाजी ने दर्शकों को आश्चर्यचकित कर दिया और मैच का परिणाम प्रभावित किया।
इस प्रकार, विपराज की कहानी हमें यह सिखाती है कि कैसे एक खिलाड़ी फ़ुटबॉल के मैदान में दूसरों को भी प्रेरित कर सकता है, चाहे वह किसी भी भूमिका में क्यों न हो।
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