विभीषण के पुत्र हैं मतगजेंद्र अयोध्या के कोतवाल:मंदिर पर लगा मेला, हजारों लोगों ने दर्शन कर सुख-स्वास्थ्य का आशीर्वाद मांगा,दंगल में जुटे दिग्गज

अयोध्या कोतवाल और विभीषण के पुत्र मतगजेंद्र के मंदिर पर सालाना मेला लगा।इस अवसर पर हजारों संतों-महंतों और श्रद्धालुओं ने मंदिर में दर्शन कर सुख-स्वास्थ्य का आशीर्वाद मांगा।नए भक्तों ने अयोध्या कोतवाल से अयोध्या में वास करने के लिए उनका आशीर्वाद मांगा।भक्तों ने हरा चना और बताशा का प्रसाद चढ़ाया। पूर्व महापौर ऋषिकेश उपाध्याय,भाजपा नेता परमानंद मिश्र,महानगर अध्यक्ष कमलेश श्रीवास्तव,पत्थर मंदिर के महंत मनीष दास,हनुमानगढ़ी के सरपंच महंत रामकुमार दास,हनुमानगढ़ी के पुजारी रमेश दास आदि ने प्रमुख रूप से मंदिर में दर्शन किया।इस अवसर पर पूर्व महापौर ऋषिकेश उपाध्याय ने कहा कि यह मंदिर अयोध्या के सिद्ध स्थानों में एक हैं।भगवान मतगजेंद्र की कृपा से ही अयोध्या की सुरक्षा और राम भक्तों को अयोध्या के वास का सुख मिलता है। इस अवसर पर मंदिर के प्रबंधक राजेंद्र शास्त्री ने बताया कि बताया यह ऐतिहासिक मंदिर है।यहां आने वाले भक्तों के मनोरथ पूरे होते रहे हैं।यह श्रीरामवल्लभाकुंज जानकीघाट का स्थान है।जिसकी देखरेख और विकास का काम चल रहा है।

Mar 19, 2025 - 07:59
 56  35252
विभीषण के पुत्र हैं मतगजेंद्र अयोध्या के कोतवाल:मंदिर पर लगा मेला, हजारों लोगों ने दर्शन कर सुख-स्वास्थ्य का आशीर्वाद मांगा,दंगल में जुटे दिग्गज
अयोध्या कोतवाल और विभीषण के पुत्र मतगजेंद्र के मंदिर पर सालाना मेला लगा।इस अवसर पर हजारों संतों-

विभीषण के पुत्र हैं मतगजेंद्र अयोध्या के कोतवाल

News by indiatwoday.com

अयोध्या में मेला का आयोजन

हाल ही में अयोध्या में आयोजित एक भव्य मेले में हजारों श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। इस मेले का मुख्य आकर्षण अयोध्या के कोतवाल मतगजेंद्र का व्यक्तित्व था, जो विभीषण के पुत्र हैं। श्रद्धालुओं ने मंदिर में जाकर सुख-स्वास्थ्य के लिए आशीर्वाद मांगा। इस अवसर पर धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिससे मेले का माहौल और भी भव्य हो गया।

दर्शन का महत्व

मेले में आए लोगों ने अपनी धार्मिक आस्था एक बार फिर से पुख्ता की। कई श्रद्धालुओं ने अपने परिवार के कल्याण और सुख-शांति की कामना की। अयोध्या में स्थित राम जन्मभूमि मंदिर के दर्शन के लिए हजारों की संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ी। इस दौरान, भक्तों ने मंत्रों का जाप किया और विशेष पूजा-अर्चना की।

दंगल का आयोजन

मेले में दंगल का आयोजन भी किया गया, जिसमें विभिन्न दिग्गज पहलवान और प्रतियोगी शामिल हुए। इस दंगल ने लोगों को एकत्रित करने और उत्सव का माहौल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह दंगल न केवल मनोरंजन का साधन था, बल्कि इसे एक सांस्कृतिक उत्सव के रूप में भी देखा गया।

आवश्यकता और उद्देश्य

इस मेले का आयोजन न केवल धार्मिक परंपराओं को जीवित रखने के लिए किया गया, बल्कि यह स्थानीय संस्कृति को भी प्रोत्साहित करता है। अयोध्या जैसे ऐतिहासिक शहर में ऐसे मेले, जहां जनसंख्या का बड़ा हिस्सा एक साथ मिलकर धार्मिक गतिविधियों में भाग लेता है, एकता और सामाजिक संघटन को बढ़ावा देता है।

इस प्रकार, अयोध्या में आयोजित यह मेला एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक घटना साबित हुआ, जिसमें न केवल भक्तों ने भाग लिया, बल्कि स्थानीय समाज ने भी इस आयोजन को सफल बनाने के लिए अपनी सहभागिता दिखाई।

समापन विचार

यह मेला अयोध्या की सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने का एक प्रयास था, जिसमें विभीषण के पुत्र मतगजेंद्र की भूमिका ने इसे विशेष बनाया। आगे भी, ऐसे आयोजन समाज में एकजुटता, विश्वास और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने में सहायक होंगे। Keywords: विभीषण, मतगजेंद्र, अयोध्या, कोतवाल, मेला, भक्तों का आशीर्वाद, दंगल, पूजा, सांस्कृतिक गतिविधियां, राम जन्मभूमि, धार्मिक आस्था, स्थानीय संस्कृति, पवित्र स्थल, अयोध्या यात्रा, दिग्गज पहलवान, हिंदू धर्म, आस्था, संयोजन, धार्मिक उत्सव, भक्तों की संख्या

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow