संभल हिंसा:विदेशी हथियार मुहैया कराने वाला साठा का गुर्गा गिरफ्तार:भेजा जेल, 24 नवंबर को सर्वे नहीं होने देना था उद्देश्य
गुरुवार को संभल एसपी कृष्ण विश्नोई ने संभल हिंसा से जुड़ा चौकाने वाला खुलासा किया है। पुलिस द्वारा अंतर्राष्ट्रीय ऑटो लिफ्टर गैंगस्टर शारिक साठा के गुर्गे गुलाम को गिरफ्तार करने के बाद जेल भेजा। पुलिस के अनुसार सर्वे के दौरान आरोपी का मकसद दंगे भड़काना था। यही नहीं आरोपी को राजनीतिक संरक्षण भी प्राप्त था। पुलिस के मुताबिक संभल के सपा के पूर्व सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क का आरोपी को संरक्षण प्राप्त था। SP कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि 24 नवंबर को हुई हिंसात्मक घटना में अब तक 79 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गुरुवार को संभल हिंसा में असलहा उपलब्ध कराने ओर इंस्ट्रक्शन देने वाले आरोपी गुलाम पुत्र मुख्तार निवासी दीपा सराय को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। गैंग के द्वारा देश के हिस्सों में बेची जाती है चोरी की कार उन्होंने बताया कि आरोपी पर संभल के आस पास 20 मुकदमे दर्ज हैं। इसने पुलिस पूछताछ में बताया कि 23 नवंबर को शारिक साठा (बॉस) से बात हुई। उसने किसी भी हालत में सर्वे नहीं होने की बात कही थी। SP ने बताया कि फिलहाल शारिक साठा फर्जी पासपोर्ट पर विदेश चला गया है। इस गैंग के द्वारा चोरी की कार देश के हिस्सों में बेची जाती है। जिसके बदले में गुलाम को असलहे मिलते हैं। आरोपी गुलाम इन हथियारों को पूरे देश में सप्लाई करता है। मोबाइल को भेजा जाएगा फोरेंसिक लैब एसपी ने बताया कि 24 नवम्बर को हुई हिंसा में इनके नेताओं द्वारा इनसे यह कहा गया कि यह हमारी 500 साल पुरानी बाबर की निशानी है। इसकी हिफाजत करनी है। एक वकील (विष्णु शंकर जैन) है। जो जगह-जगह दरखास्त डालता है। उसे खत्म करना है। इसने अपने मोबाइल से काफी डाटा डिलीट कर दिया। इसके मोबाइल को फोरेंसिक लैब भेजा जाएगा। इसके मोबाइल से गोल्ड स्मगलिंग के कुछ वीडियो भी मिले हैं। भारत में रहकर शारिक साठा गैंग के लिए करता था काम SP कृष्ण कुमार विश्नोई ने खुलासा करते हुए बताया कि वर्ष 2014 के चुनाव में सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क चुनाव लड़े थे। जो अब नहीं है। तब इसने सुहैल इकबाल पर फायरिंग की थी। डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क के चलते सुहैल इकबाल पर फायरिंग की थी। इस मामले में गुलाम पर मुकदमा भी दर्ज हुआ था। यह आरोपी भारत में रहकर शारिक साठा गैंग के लिए काम करता था। उन्होंने कहा कि जांच में कुछ वॉट्सऐप ग्रुप सामने आए हैं। जिसमे एक ग्रुप सांसद संभल नाम का ग्रुप था। जिसमें 22 नवंबर को लोगों को इकट्ठा होने की बात कही गई है। इसमें से कुछ लोगों को बुलाया भी गया। कुछ लोग हाजिर भी नहीं हुए है। इस मामले में जांच की जा रही है। शारिक साठा से जंगी एप पर करता था बात उन्होंने बताया कि आरोपी गुलाम अपने बॉस शारिक साठा से जंगी एप पर बात करता था और कई बार इसने शारिक साठा की पत्नी के मोबाइल पर भी उससे बात की है। जिसके चलते शारिक साठा की पत्नी का मोबाइल भी बरामद किया गया है। शारिक साठा की पत्नी से भी पूछताछ की गई थी।

संभल हिंसा: विदेशी हथियार मुहैया कराने वाला साठा का गुर्गा गिरफ्तार
News by indiatwoday.com
बातचीत का प्रारंभ
संभल जिले में हाल ही में हुए हिंसा के मामले में एक महत्वपूर्ण मोड़ आया है। स्थानीय पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो विदेशी हथियारों की आपूर्ति कर रहा था। यह गिरफ्तारी उस समय हुई जब पुलिस को जानकारी मिली कि यह व्यक्ति साठा का गुर्गा है और उसका उद्देश्य 24 नवंबर को होने वाले सर्वे को बाधित करना था।
गिरफ्तारी की प्रक्रिया
पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर इस गुर्गे को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार व्यक्ति के पास से विदेशी हथियार भी बरामद किए गए हैं, जो हिंसा में इस्तेमाल किए जाने की आशंका थी। पुलिस ने इस मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी साझा की और बताया कि यह कार्रवाई क्षेत्र में सुरक्षा बनाए रखने के लिए आवश्यक थी।
संबंधित मुद्दों पर ध्यान
इस घटना से संबंधित कई मुद्दों पर चर्चा हुई है। जानकारों का मानना है कि बाहरी ताकतों का हस्तक्षेप स्थानीय सामुदायिक टकराव को बढ़ा सकता है। पुलिस विभाग का यह प्रयास है कि ऐसे तत्वों को समय रहते पकड़ा जाए और माहौल को सामान्य रखने की कोशिश की जाए।
आगे की कार्रवाई
गिरफ्तार किये गए गुर्गे के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने कहा कि इस मामले में अन्य शामिल लोगों की भी पहचान की जा रही है। साथ ही, सुरक्षा एजेंसियों ने सतर्कता बरतने और ऐसे मामलों पर लगातार निगरानी रखने की आवश्यकता पर जोर दिया है।
समाज में संदेश
इस घटना ने समाज में सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाई है। स्थानीय नागरिकों की जिम्मेदारी है कि वे ऐसे मामलों में पुलिस को सूचना दें और अपने आस-पास के वातावरण की सुरक्षा को सुनिश्चित करें। पुलिस ने अपील की है कि स्थानीय लोग किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत दें।
सामाजिक ताने-बाने को सुरक्षित रखने के लिए यह आवश्यक है कि सभी मिलकर काम करें और अपनी सक्रियता दिखाएँ।
निष्कर्ष
संभल हिंसा में विदेशी हथियारों की आपूर्ति करने वाले ग्रुपों के खिलाफ यह गिरफ्तारी एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे सरकार और सुरक्षा एजेंसियों की सजगता का पता चलता है, जो ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई करने के लिए तत्पर हैं।
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