सभासदों ने अध्यक्ष के बेटे की SDM से की शिकायत:नगर पंचायत के कामकाज में दखल देने का लगाया आरोप, कार्रवाई की मांग
रायबरेली के सलोन नगर पंचायत में एक गंभीर विवाद सामने आया है। नगर पंचायत के सभासदों ने अध्यक्ष चंद्रशेखर रस्तोगी के पुत्र शिवम रस्तोगी के खिलाफ उप जिलाधिकारी को शिकायती पत्र सौंपा है। सभासदों का आरोप है कि शिवम रस्तोगी, जो किसी पद पर नहीं हैं, वह नगर पंचायत के कार्यों में अनावश्यक हस्तक्षेप करते हैं और सभासदों का अपमान करते हैं। पिछले दो वर्षों से बोर्ड की बैठकों में सर्वसम्मति से पारित किए गए प्रस्तावों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। विकास कार्य सभासदों की इच्छा के अनुरूप नहीं, बल्कि अध्यक्ष के पुत्र की मर्जी से होते हैं। शिकायत में यह भी बताया गया है कि इस मामले की जानकारी पहले भी कई बार शासन को दी गई, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। सभासदों का कहना है कि शिवम रस्तोगी की कार्यप्रणाली न केवल नगर पंचायत बल्कि सलोन की जनता के हितों के भी विपरीत है। उन पर सरकारी धन के दुरुपयोग और निजी लाभ के लिए काम करने का भी आरोप है। इस स्थिति से नगर पंचायत के सभी सभासदों में गहरी नाराजगी व्याप्त है। वे चाहते हैं कि नगर पंचायत के कामकाज में बिना किसी पद के हस्तक्षेप करने वाले अध्यक्ष के पुत्र की गतिविधियों पर रोक लगाई जाए।

सभासदों ने अध्यक्ष के बेटे की SDM से की शिकायत: नगर पंचायत के कामकाज में दखल देने का लगाया आरोप, कार्रवाई की मांग
हाल ही में एक महत्वपूर्ण घटना के तहत, नगर पंचायत के सभासदों ने अध्यक्ष के बेटे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। उनका आरोप है कि अध्यक्ष का बेटा नगर पंचायत के कार्यों में अनधिकृत दखल दे रहा है। इस शिकायत के बाद, सभासदों ने संबंधित SDM से कार्रवाई की मांग की है। यह मामला स्थानीय प्रशासन में चर्चा का विषय बन गया है और इसके कई पहलुओं पर गौर किया जा रहा है। News by indiatwoday.com
शिकायत की पृष्ठभूमि
शिकायत में आरोप लगाया गया है कि अध्यक्ष का बेटा सरकारी प्रावधानों का उल्लंघन करते हुए, नगर पंचायत की योजना और कार्यों में हस्तक्षेप कर रहा है। कई सभासदों का कहना है कि इस प्रकार के अनधिकृत हस्तक्षेप से नगर पंचायत के कार्यों में बाधा पहुंच रही है और स्थानीय विकास प्रभावित हो रहा है।
नगर पंचायत की स्थिति
नगर पंचायत की कार्यप्रणाली में ऐसे आरोपों का उठना गंभीर चिंता का विषय है। सभासदों का मानना है कि सभी कार्य पारदर्शिता और नियमों के अनुरूप होने चाहिए। इसके बिना, विकास योजनाओं की गुणवत्ता में कमी आ सकती है और जनता का विश्वास भी घट सकता है।
प्रशासन की भूमिका
SDM के अनुसार, शिकायत पर उचित कार्रवाई की जाएगी और सभी पहलुओं की जांच की जाएगी। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यदि आरोप सत्यापित होते हैं, तो संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही, नगर पंचायत के अन्य कार्य भी प्रभावित नहीं होंगे।
सभा की बैठक
घटना के संदर्भ में, नगर पंचायत की अगली बैठक में इस मुद्दे पर व्यापक चर्चा होने की उम्मीद है। संभासद अपने विचार व्यक्त करेंगे और आगे की रणनीति पर निर्णय लेंगे। नागरिकों से भी इस विषय पर सुझाव मांगे जा सकते हैं।
निष्कर्ष
इस तरह के आरोपों से नगर पंचायत के कार्यों की विश्वसनीयता पर प्रश्नचिन्ह लगता है। सभी पक्षों की सुनवाई के बाद ही सही निर्णय लिया जाएगा। इस घटनाक्रम को लेकर स्थानीय समुदाय में जिज्ञासा बनी हुई है, और सभी की नजरें प्रशासन की कार्रवाई पर होंगी। News by indiatwoday.com Keywords: SDM से शिकायत, नगर पंचायत के कामकाज, अध्यक्ष के बेटे का आरोप, नागरिकों की प्रतिक्रिया, प्रशासन की भूमिका, सरकारी योजनाओं का हस्तक्षेप, सदस्यों का आपसी विवाद, स्थानीय सरकार मुद्दे, पारदर्शिता की कमी, कार्रवाई की मांग
What's Your Reaction?






