हिमाचल के ड्राइवर की जम्मू में मौत:वैष्णोदेवी से आ रही बस खाई में गिरी, परिवार में चल रही बेटी की शादी की तैयारी
जम्मू में माता वैष्णो देवी के आधार शिविर कटड़ा से आ रही बस मांडा राम के मोड़ों पर 30 फीट गहरी खाई में गिर गई। हादसे में बस चालक राकेश कुमार (55) की मौके पर ही मौत हो गई। बस में सवार 17 यात्री घायल हो गए। स्थानीय लोगों और पुलिस ने घायलों को रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद सभी घायलों को छुट्टी दे दी गई। रविवार को जीएमसी जम्मू में परिजनों को शव सौंप दिया गया। ज्वालामुखी उपमंडल की ग्राम पंचायत गाहलियां के निवासी राकेश कुमार पिछले 32 साल से बस चालक थे। राकेश के भाई संजय कुमार ने बताया कि परिवार बेटी की शादी की तैयारियों में व्यस्त था। अगले साल फरवरी में शादी होनी थी। परिवार ने कभी नहीं सोचा था कि बेटी की शादी से पहले घर में अर्थी उठेगी। ग्राम पंचायत गाहलियां के प्रधान महिंद्र सिंह और उप प्रधान अनिल कुमार ने इस दुर्घटना को परिवार के लिए गहरा आघात बताया। उन्होंने कहा कि राकेश कुमार के परिवार में अब कोई कमाने वाला नहीं है। प्रशासन और सरकार से परिवार को उचित मुआवजा और आर्थिक सहायता देने की मांग की गई है। प्रशासन से न्याय और मुआवजे की उम्मीद राकेश कुमार अपने पीछे मां, पत्नी, तीन विवाहित बेटियां और एक बेटा छोड़ गए हैं। सामाजिक संगठनों, ग्रामीणों और पंचायत प्रतिनिधियों ने सरकार से इस परिवार को आर्थिक सहायता और सरकारी मदद देने की मांग की है। वहीं ज्वालामुखी के विधायक संजय रत्न ने भी इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है और परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है।

हिमाचल के ड्राइवर की जम्मू में मौत: वैष्णोदेवी से आ रही बस खाई में गिरी
हिमाचल प्रदेश से जम्मू जा रही एक बस, जो कि वैष्णोदेवी श्राइन से लौट रही थी, एक खाई में गिर गई। यह घटना न केवल यात्रियों के लिए बल्कि ड्राइवर के परिवार के लिए भी एक गंभीर त्रासदी बनी हुई है। इस भयानक दुर्घटना ने एक परिवार को तबाह कर दिया है, जो अपनी बेटी की शादी की तैयारी में जुटा था।
दुर्घटना का विवरण
स्थानीय पुलिस के अनुसार, यह दुर्घटना देर शाम के समय हुई जब बस कोटला के पास एक मोड़ पर वीरता से परेशान हो गई और कई मीटर नीचे गिर गई। इस दुर्घटना में ड्राइवर की मौत हो गई और कुछ अन्य यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे की सूचना मिलने के बाद, बचाव कार्य शुरू किया गया और घायलों को अस्पताल पहुंचाने का प्रयास किया गया।
ड्राइवर का पारिवारिक जीवन
ड्राइवर के परिवार में इस समय शादी की तैयारियाँ चल रही थीं। उसकी बेटी की शादी अगले महीने होने वाली थी, जिससे परिवार के सदस्य काफी उत्साहित और व्यस्त थे। इस असामयिक घटना ने परिवार में शोक और दुःख का माहौल बना दिया है। परिवार ने अपनी बेटी की शादी की सारी योजनाओं को रोक दिया है और वे इस मौके पर अपने प्रियजन को खोने के दर्द में हैं।
सुरक्षा मानकों पर चिंता
यह घटना सुरक्षा मानकों पर भी सवाल खड़े करती है। क्या बसों के पास पर्याप्त सुरक्षा मानक हैं? यात्री परिवहन में सुरक्षा बेहतर होनी चाहिए ताकि इस प्रकार की घटनाएँ कम से कम हो सकें। सरकार और परिवहन विभाग को इस पर ध्यान देना चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हों।
समुदाय की प्रतिक्रिया
स्थानीय समुदाय इस हादसे पर शोक मना रहा है और परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कर रहा है। कई लोग इस इस अवधि में ड्राइवर के परिवार की मदद करने के लिए आगे आए हैं। सामुदायिक संगठनों ने भी मदद का आश्वासन दिया है ताकि परिवार इस कठिन समय में अकेला न महसूस करे।
निष्कर्ष
वैष्णोदेवी से लौटते समय हुई यह दुर्घटना सभी के लिए एक सबक है। सुरक्षा के महत्व को समझना और सुनिश्चित करना कि ऐसी संवेदनशील घटनाएँ फिर से न हों, समाज की जिम्मेदारी है। परिवार के दुःख में हम सभी उनके साथ हैं। इस त्रासदी को देखते हुए, हमें सुरक्षा के प्रति सजग रहना होगा।
यह घटना न केवल एक परिवार के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए एक ठंडी सच्चाई है। आने वाले समय में हमें सामूहिक रूप से सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में काम करना होगा।
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