चाइनीज मांझे से कांस्टेबल की मौत के बाद भी लापरवाही:30 घंटे में सिर्फ 3.6 किलो मांझा बरामद, बड़े दुकानदार अभी भी पकड़ से दूर

शाहजहांपुर में चाइनीज मांझे से एक कांस्टेबल की दर्दनाक मौत के बाद भी पुलिस प्रशासन की कार्रवाई सवालों के घेरे में है। पिछले दो दिनों में पूरे जिले में सिर्फ खुटार पुलिस ने 3 किलो 600 ग्राम प्रतिबंधित मांझा बरामद किया है, जबकि अन्य थानों को कोई बड़ी सफलता नहीं मिली। डीएम धर्मेंद्र प्रताप सिंह और एसपी राजेश एस के सख्त निर्देशों के बावजूद चौक कोतवाली, सदर बाजार और आरसी मिशन थाना पुलिस खाली हाथ रही। पुलिस ने कई छोटे दुकानदारों को हिरासत में लिया, जो 24 घंटे से अधिक समय से थाने में बंद हैं, लेकिन बड़े दुकानदारों तक पहुंचने में विफल रही। इस विफलता के बाद एसपी ने विशेष जांच दल एसओजी को मामले की जिम्मेदारी सौंपी है। एक मकान से बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित मांझा बरामद जानकारी के अनुसार, एसओजी टीम ने चौक कोतवाली क्षेत्र के एक मकान से बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित मांझा बरामद किया है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, शहर में ट्रांसपोर्ट के माध्यम से अन्य जिलों से प्रतिबंधित मांझा लाया जा रहा था और खुलेआम बेचा जा रहा था। पुलिस की निष्क्रियता के कारण यह व्यापार बिना किसी रोक-टोक के चलता रहा, जिसका खामियाजा एक कांस्टेबल की जान जाकर चुकाना पड़ा।

Jan 13, 2025 - 07:50
 54  501824
चाइनीज मांझे से कांस्टेबल की मौत के बाद भी लापरवाही:30 घंटे में सिर्फ 3.6 किलो मांझा बरामद, बड़े दुकानदार अभी भी पकड़ से दूर
शाहजहांपुर में चाइनीज मांझे से एक कांस्टेबल की दर्दनाक मौत के बाद भी पुलिस प्रशासन की कार्रवाई स

चाइनीज मांझे से कांस्टेबल की मौत के बाद भी लापरवाही

हाल ही में पेश आए एक दिल दहला देने वाले मामले में चाइनीज मांझे के कारण एक कांस्टेबल की मौत हो गई। इस घटना ने न केवल स्थानीय पुलिस बल को झकझोर कर रख दिया है, बल्कि समाज में इस खतरनाक ट्रेंड के प्रति जागरूकता फैलाने की आवश्यकता भी महसूस कराई है। घटनाक्रम में पकड़े गए मांझे की मात्रा केवल 3.6 किलो थी, जो कि 30 घंटे में बरामद हुआ। यह सवाल उठाता है कि क्या सरकार और स्थानीय प्रशासन इस गंभीर मुद्दे पर गंभीरता से ध्यान दे रहे हैं।

क्या है चाइनीज मांझा और क्यों है यह खतरनाक?

चाइनीज मांझा एक विशेष प्रकार का पतंग झूलने के लिए उपयोग किया जाने वाला धागा होता है, जो कि सामान्य मांझे की तुलना में कहीं अधिक तेज और खतरनाक होता है। इसकी निर्मित सामग्री के कारण यह आसानी से त्वचा और अन्य जीवों को नुकसान पहुँचाता है, खासकर जब यह बिजली की तारों या अन्य वस्तुओं से टकराता है। ऐसी घटनाओं ने कई जिंदगियों को प्रभावित किया है, और अब समय है कि हम इसे नियंत्रित करने के लिए ठोस कदम उठाएँ।

स्थानीय जिम्मेदारी और लापरवाहियों का असर

हालांकि घटना के बाद पुलिस ने कुछ कार्रवाई की है, लेकिन यह स्पष्ट है कि बड़ा हिस्सा अभी भी पकड़े जाने से बचा हुआ है। बड़े दुकानदार जो चाइनीज मांझे का व्यापार कर रहे हैं, उन्हें क्यों नहीं पकड़ा जा रहा है? यह लापरवाही न केवल पुलिस के लिए चुनौती है, बल्कि यह समाज के लिए भी एक गंभीर खतरा साबित हो सकती है।

हम सभी को इस बात की जरूरत है कि हम इस मुद्दे के प्रति जागरूक हों और सभी प्रकार के खतरनाक मांझा के उपयोग को समाप्त करने के लिए कार्रवाई करें। अगर हम सभी एकजुट होकर आवाज उठाएँ, तब ही हम इस समस्या का समाधान कर सकते हैं।

इस घटना के बाद संबंधित अधिकारियों को और सख्त कदम उठाने की जरूरत है, ताकि भविष्य में ऐसी और घटनाओं को रोका जा सके।

News by indiatwoday.com Keywords: चाइनीज मांझा, कांस्टेबल की मौत, लापरवाही, मांझा बरामद, बड़े दुकानदार, पतंग, खतरनाक मांझा, पुलिस कार्रवाई, स्थानीय प्रशासन, जागरूकता.

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow