नाबालिग से रेप के आरोपी को आजीवन कारावास:पड़ोसी के यहां गई थी लड़की छाछ मांगने,मथुरा कोर्ट ने लगाया जुर्माना
मथुरा के थाना कोसीकलां क्षेत्र में पड़ोसी के यहां छाछ मांगने गई किशोरी के साथ दुराचार करने वाले आरोपी को मथुरा कोर्ट ने दोषी मानते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। इसके अलावा कोर्ट ने आरोपी पर 52 हजार रुपए का अर्थदंड भी लगाया है। आरोपी के नाबालिग लड़की के साथ मई 2023 में दुराचार की वारदात को अंजाम दिया था। यह था मामला थाना कोसीकलां क्षेत्र की रहने वाली पीड़िता की मां ने पुलिस से 23 सितंबर 2023 को शिकायत की कि उसकी 14 वर्ष की बेटी के 20 सितंबर 2023 की रात पेट में दर्द हुआ और ब्लीडिंग होने लगी। जिसके बाद सुबह उसके 3 माह का मृत भ्रूण निकला। पीड़िता की मां की शिकायत पर पुलिस ने धारा 376,506 और पोक्सो एक्ट 5M/6 में मुकद्दमा दर्ज कर लिया। पड़ोसी ने दिया था वारदात को अंजाम पीड़िता की मां ने पुलिस को बताया कि जब उसकी बेटी सही हुई तो उसने बताया कि मई महीने में जब वह पड़ोसी पप्पू उर्फ मांगेराम के यहां छाछ लेने गई थी। इस दौरान उसके घर में पप्पू के अलावा कोई नहीं था। इसी का फायदा उठाकर पप्पू ने पीड़िता को पकड़ लिया और उसके साथ दुराचार की वारदात को अंजाम दिया। इतना ही नहीं आरोपी ने किसी को भी बताने पर जान से मारने की धमकी दी। जिसकी बजह से पीड़िता ने अपने साथ हुई वारदात की जानकारी किसी को नहीं दी। तबीयत खराब होने पर इस मामले का खुलासा हुआ। पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार पुलिस ने इस मामले में पीड़िता की मां की शिकायत पर मुकद्दमा दर्ज कर लिया। जिसके बाद पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल कराया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद उसे न्यायालय के समक्ष पेश किया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया था। स्पेशल कोर्ट ने सुनाई सजा इस मामले में पुलिस ने जांच कर चार्ज शीट कोर्ट में दाखिल कर दी। जिसके बाद कोर्ट ने सुनवाई करते हुए पप्पू को दोषी माना। पप्पू पर दोष सिद्ध होने के बाद शुक्रवार को न्यायालय स्पेशल पोक्सो एक्ट ने उसे आजीवन कारावास और 52 हजार रुपए अर्थ दंड की सजा सुनाई। अर्थ दंड न देने पर दो वर्ष का अतिरिक्त कारावास भुगतना पड़ेगा। इसके अलावा आरोपी पर लगाए गए अर्थ दंड की धनराशि में से आधी धनराशि पीड़िता को देने का भी निर्णय सुनाया।

मथुरा कोर्ट का फैसला
मथुरा की अदालत ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण मामले में फैसला सुनाते हुए नाबालिग से रेप के आरोपी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। यह मामला तब शुरू हुआ जब एक नाबालिग लड़की अपने पड़ोसी के घर छाछ मांगने गई थी, जहां उसे एक भयानक अनुभव का सामना करना पड़ा। अदालत ने आरोपी पर भारी जुर्माना भी लगाया, ताकि पीड़िता और उसके परिवार को न्याय मिल सके।
मामले की पृष्ठभूमि
इस घटना ने पूरे शहर में नाराजगी का वातावरण पैदा कर दिया है। पीड़िता अपने परिवार के सदस्यों के साथ एक सामान्य जीवन जी रही थी, जब एक दिन उसे अपने पड़ोसी के घर छाछ मांगने भेजा गया। वहां पर आरोपी ने उसे फंसाया और उसके साथ अनैतिक कृत्य किया। पीड़िता की सूचना पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
सजा के प्रभाव
मथुरा कोर्ट का यह फैसला न केवल पीड़िता के लिए न्याय है, बल्कि यह अन्य मामलों के लिए भी एक महत्वपूर्ण संदेश है। अदालत ने सख्त सजा देकर यह संकेत दिया है कि ऐसे अपराधों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह फैसला समाज में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए एक मजबूत आधार प्रदान करता है।
समाज पर पड़ने वाला प्रभाव
यह केस समाज में नाबालिगों के प्रति सुरक्षा को लेकर चर्चा का विषय बना हुआ है। कई संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस फैसले की प्रशंसा की है और इसे अन्यों के लिए मिसाल के रूप में देखा है। उन्होंने कहा है कि हमें न केवल कानूनी रूप से मजबूत होना चाहिए, बल्कि हमें समाज के सभी तबकों में जागरूकता फैलाने की भी आवश्यकता है।
निष्कर्ष
यह मामला हमें याद दिलाता है कि हमें अपने समाज में सुरक्षा, न्याय और समानता को बनाए रखने की आवश्यकता है। नाबालिगों के खिलाफ होने वाले अपराधों को समाप्त करने के लिए एकजुट होना आवश्यक है। हमें चाहिए कि हम इस तरह के मामलों की प्रकृति को समझें और अपने समुदाय में एक सुरक्षित वातावरण बनाने के लिए काम करें। Keywords: नाबालिग रेप केस, मथुरा कोर्ट, आजीवन कारावास, छाछ मांगने गई लड़की, आरोपी को सजा, न्याय व्यवस्था, सामाजिक जागरूकता, महिलाओं की सुरक्षा, बच्चों के खिलाफ अपराध, न्याय का संदेश.
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