मेरठ में कब्जा हटाने पहुंची टीम हंगामा:कोर्ट के आदेश पर नगर निगम से प्लाट को कब्जा मुक्त कराने पहुंचा भारी पुलिस बल

मेरठ के ब्रह्मपुरी क्षेत्र के खत्ता रोड पर नगर निगम ने एक प्लाट पर करीब 26 साल से अवैध कब्जा किया हुआ था। तभी से नगर निगम प्लाट पर कूड़ा डाल रहा था। बृहस्पतिवार को कोर्ट के आदेश पर भारी पुलिस बल प्लॉट को कब्जा मुक्त कराने पहुंचा गया। इस दौरान नगर निगम के अधिकारियों ने पुलिस का विरोध कर दिया। जिसके बाद प्लाट मालिक ने हंगामा कर दिया। बाद में फोर्स ने प्लाट को कब्जा मुक्त करा दिया। जिसके बाद प्लाट के मालिक ने उसमें चिनाई शुरू कर दी। शकूर नगर के रहने वाले हारून ने बताया कि 1998 में नगर निगम ने उसके 150 गज के मकान को स्टे बॉन्ड कर प्लाट पर कब्जा कर लिया था। जिसके बाद क्षेत्र के लोग और नगर निगम प्लाट पर कूड़ा डाल रहा था। 1988 से ही हारून का अपने प्लॉट को पाने के लिए कोर्ट में मुकदमा चल रहा था। बृहस्पतिवार को कोर्ट ने हारून के हक में फैसला सुनाते हुए उसे लोट का कब्जा दिलाने का आदेश कर दिया। आदेश मिलने के बाद भारी पुलिस पर मौके पर पहुंचा इस दौरान नगर निगम के अधिकारी भी पहुंच गए उसके बाद नगर निगम के अधिकारियों ने पुलिस का विरोध कर दिया। इसी को लेकर प्लाट मालिक ने मौके पर हंगामा कर दिया बाद में पुलिस ने प्लॉट को नगर निगम से कब्जा मुक्त कराकर।प्लाट के मालिक हारून को प्लाट का कब्जा दिला दिया हारून ने प्लॉट पर निर्माण कार्य शुरू कर दिया है।

Jan 10, 2025 - 12:50
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मेरठ में कब्जा हटाने पहुंची टीम हंगामा:कोर्ट के आदेश पर नगर निगम से प्लाट को कब्जा मुक्त कराने पहुंचा भारी पुलिस बल
मेरठ के ब्रह्मपुरी क्षेत्र के खत्ता रोड पर नगर निगम ने एक प्लाट पर करीब 26 साल से अवैध कब्जा किया हु

मेरठ में कब्जा हटाने पहुंची टीम हंगामा

मेरठ में एक बड़ा हंगामा उस समय खड़ा हो गया जब नगर निगम के अधिकारी और भारी पुलिस बल कोर्ट के आदेश पर प्लाट को कब्जा मुक्त कराने के लिए पहुंचे। विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता इस कार्रवाई का विरोध कर रहे थे, जिससे स्थिति अत्यंत तनावपूर्ण हो गई।

प्लॉट का इतिहास और विवाद

यह प्लॉट पिछले कुछ वर्षों से विवाद का विषय रहा है। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि यह भूमि उनकी संपत्ति है, जबकि नगर निगम का कहना है कि यह सरकारी संपत्ति है। कोर्ट के आदेश के बाद जब प्रशासन ने कब्जा हटाने की कार्रवाई शुरू की, तो लोगों ने सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया।

पुलिस की तैयारी और सुरक्षा कदम

इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने भारी संख्या में बल तैनात किया। एसीपी और अन्य उच्च अधिकारियों ने现场 का दौरा किया और सुरक्षा के सभी आवश्यक कदम उठाए। पुलिस ने पुष्टि की कि उनकी प्राथमिकता विवाद में शामिल व्यक्तियों की सुरक्षा है।

स्थानीय निवासियों की प्रतिक्रिया

स्थानीय लोगों ने इस कार्रवाई के खिलाफ आवाज उठाई है और इसे अवैध करार दिया है। उन्होंने कहा कि उनके पास दस्तावेज हैं जो यह साबित करते हैं कि यह प्लॉट उनके अधिकार क्षेत्र में आता है। इसका समाधान निकालने के लिए उन्हें कानूनी सहायता की आवश्यकता है।

निगम की प्रतिक्रिया

नगर निगम ने इस मामले में कहा है कि वे कोर्ट के आदेश का पालन कर रहे हैं और किसी भी स्थिति में नियमों का उल्लंघन नहीं करेंगे। उन्होंने स्थानीय निवासियों को सुनिश्चित किया है कि उनकी शिकायतों का ध्यान रखा जाएगा।

यह हंगामा मेरठ में बढ़ते विवादों का एक नया उदाहरण है, जिसमें स्थानीय प्रशासन और निवासियों के बीच संवाद की कमी दिखाई देती है। अधिक अपडेशन के लिए visit करें News by indiatwoday.com. Keywords: मेरठ में कब्जा हटाना, हंगामा मेरठ, नगर निगम प्लॉट खाली करण, पुलिस बल मेरठ, प्लॉट विवाद मेरठ, कोर्ट आदेश कब्जा हटाना, मेरठ समाचार, कब्जा मुक्त करना, स्थानीय निवासियों का विरोध, प्रशासन के कदम मेरठ, नगर निगम की कार्रवाई.

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