अमेरिक के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का फूंका गया पुतला:एसडीएम-सीओ कार्यालय पर आजाद अधिकार सेना ने किया प्रदर्शन
संभल में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पुतले को फूंककर आक्रोश जताया गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति पर अप्रवासी भारतीयों के अपमान के आरोप में पुतला फूंका है। भारत सरकार से अमेरिका से आयात-निर्यात पर पूर्ण प्रतिबंध लगाए जाने की मांग की गई है। ट्रंप के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया सोमवार को आजाद अधिकार सेना के कार्यकर्ताओं ने संभल कोतवाली क्षेत्र के मुरादाबाद रोड एसडीएम-सीओ कार्यालय पर डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। पुतले को जूते-चप्पल पहनाकर आग के हवाले कर दिया। कार्यकर्ता राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन एसडीएम को देने के लिए पहुंचे थे। लेकिन उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का पुतला फूंक दिया। अमेरिका ने जिस प्रकार भारतीय निवासियों को भेजे जाने के क्रम में मानवाधिकार का खुला उल्लंघन किया, वो अत्यंत बर्बर एवं अमानवीय आचरण रहा है। विदेश मंत्री को पद से हटाने की मांग वह पूरी तरह से सामने आ चुका है। ज्ञापन के माध्यम से अमेरिका कुकृत्यों का बचाव कर रहे विदेश मंत्री को पद से तत्काल हटाए जाने की मांग की गई। इस मौके पर जरीफ मिर्जा, मोहम्मद हाशिम, मोहम्मद इरफान, राजा, नाजिम, निहाल, सादिल अंसारी, रागिब खान, सुदेश कुमार आदि मौजूद रहे। खिजर गौस ने बताया कि आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर के निर्देशानुसार डोनाल्ड ट्रंप जो अमरीका के राष्ट्रपति हैं, उनका पुतला फूंका गया।

अमेरिक के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का फूंका गया पुतला
आजाद अधिकार सेना ने एसडीएम-सीओ कार्यालय के बाहर एक प्रमुख प्रदर्शन किया, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का पुतला फूंका गया। इस प्रदर्शन का उद्देश्य ट्रंप के नीतियों और उनके खिलाफ गहरी निराशा को उजागर करना था। प्रदर्शनकारियों ने अपने हाथों में बैनर उठा रखे थे, जिन पर ट्रंप के खिलाफ नारे लिखे गए थे।
प्रदर्शन का कारण
प्रदर्शन का मुख्य कारण अमेरिका में राजनीतिक स्थितियों, विशेषकर ट्रंप द्वारा लागू की गई नीतियों पर असंतोष था। कई लोगों का मानना है कि उनकी नीतियां न केवल अमेरिका, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल रही हैं। आजाद अधिकार सेना ने इस मुद्दे को उठाते हुए अपनी आवाज को मजबूत बनाने की कोशिश की।
प्रदर्शन का असर
इस प्रकार के प्रदर्शनों का राजनीतिक माहौल पर प्रभाव पड़ सकता है। इससे स्थानीय लोगों में जागरूकता बढ़ती है और वे सामूहिक रूप से अपने विचारों को व्यक्त करने में सक्षम होते हैं। ट्रंप के पुतले का दहन दिखाता है कि लोग政治 और वैश्विक मुद्दों में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं।
समुदाय की प्रतिक्रिया
स्थानीय समुदाय में इस प्रदर्शन के प्रति मिली-जुली प्रतिक्रियाएँ आई हैं। कुछ लोगों ने इसकी सराहना की, जबकि कुछ ने इसे अनावश्यक मुद्दा कहा। लेकिन इसने निश्चित रूप से संवाद को शुरू करने का कार्य किया है। प्रदर्शन से जुड़े लोग अपनी आपत्तियों के साथ आगे आए हैं, और इससे आगे चर्चा की आवश्यकता और भी बढ़ जाती है।
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आगे की कार्रवाई
आगे चलकर आजाद अधिकार सेना विभिन्न कार्यक्रमों की योजना बना रही है जिससे कि और लोग राजनीतिक जागरूकता के प्रति प्रेरित हो सकें। वे संगठित होकर अपने अधिकारों की रक्षा के लिए अपने प्रयासों को जारी रखने का संकल्प ले रहे हैं। Keywords: ट्रंप का पुतला, आजाद अधिकार सेना, एसडीएम-सीओ कार्यालय प्रदर्शन, राजनीतिक प्रदर्शन, अमेरिका राष्ट्रपति नीतियाँ, त्रंप के खिलाफ नाराबाजी, स्थानीय समुदाय प्रतिक्रिया, जागरूकता कार्यक्रम, राजनीतिक अधिकार, भारत में प्रदर्शनों का प्रभाव.
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