अयोध्या में उल्लास: हर गली उत्सव,मंदिर-मंदिर बधाई:श्रीरामजन्मोत्सव पर अयोध्या में गूंजने लगी बधाईयां, रामकथाओं-धार्मिक अनुष्ठान की धूम
अयोध्या में श्रीराम जन्मोत्सव पर उल्लास बढ़ता जा रहा है। मंदिरों में बधाईयां गूंजने लगी हैं।अनेक स्थानों पर श्रीराम कथा की अमृत वर्षा हो रही है तो श्रीराम मंत्र के अनुष्ठान और श्रीराम चरित मानस का सामूहिक पाठ गूंज रहा है।रामलला के दरबार सहित अयोध्या के 10 हजार मंदिरों को भव्य रूप से सजाया गया है। अयोध्या में 30 मार्च से श्रीराम जन्म महोत्सव आरंभ है जिसका मुख्य पर्व 6 अप्रैल हैं।इस दिन ठीक दोपहर 12 बजे मंगल ध्वनियों के बीच राम मंदिर,कनक भवन,हनुमानगढ़ी श्रीरामवल्लभाकुंज,लक्ष्मण किला,दशरथ महल,रंग महल,सियाराम किला,रामलला सदन,हनुमत निवास,राम हर्षण कुंज,राजगोपाल मंदिर,जानकी महल ट्रस्ट,जानकीघाट बड़ा स्थान,गहोई मंदिर,वामन मंदिर,बधाई भवन और हनुमत सदन सहित कालेराम मंदिर में श्रीराम का प्रकटीकरण होगा। राम जन्म की पावन वेला करीब आने के साथ ही अयोध्या महा महोत्सव के रंग में डूबने लगी है।अंगद टीला में अतुल कृष्ण भारद्वाज,श्रीरामवल्लभाकुंज में महंत रामशंकर दास वेदांती,हनुमान किला में गणेश दास की रामकथा चल रही है।इन मंदिरों में 21 से लेकर 51 वेद पाठी छात्र श्रीराम चरित मानस का सामूहिक पाठ सुबह कर रहे हैं।शाम को रामलला का बर्धा गायन और राम कथा का सत्र चल रहा है। 6 अप्रैल को दोपहर ठीक 12 बजे भगवान श्रीराम का जन्म पूरी अयोध्या में एक साथ होगा रामनवमी के दिन के लिए राममंदिर को 51 कुंटल फूलों से सजाया जा रहा है।रामलला के लिए रेशम के दिव्य वस्त्र और आभूषण तैयार हो रहे हैं।श्रीरामवल्लभाकुंज में दिल्ली से 25 कुंतल देशी-विदेशी फूल जिसमें गेंदा,गुलाब,रजनीगंधा आदि शामिल है,से सजाया जाएगा।भगवान के दिन रेशमी नूतन वस्त्र और आभूषण बनाए जा रहे हैं।पीठ के प्रमुख स्वामी राजकुमार दास ने बताया कि 6 अप्रैल को दोपहर ठीक 12 बजे भगवान श्रीराम का जन्म पूरी अयोध्या में एक साथ होगा। रामलला सदन में भगवान श्रीराम का 81 कलशों के दिव्य जल से अभिषेक होगा रामलला सदन के महंत जगदगुरु रामानुजाचार्य डाक्टर राघवाचार्य ने बताया कि मंदिर में 9 दिन का उत्सव चल रहा है।रामनवमी के लिए भगवान का 81 कलशों के दिव्य जल से अभिषेक होगा।रामचरित मानस,वाल्मीकि रामायण,विष्णु सहस्रनाम पाठ हो रहा है। पंचमी को अम्मा जी मंदिर भगवान रथ यात्रा में मंदिर आऐंगे।वहां के भगवान यहां विराजमान होंगे। अष्टमी को रामलला सदन की उत्सव मूर्ति अम्मा जी मंदिर पालकी में धूमधाम से जाएगी।समारोह में वाराणसी और अयोध्या सहित कई स्थानों के प्रसिद्ध संगीतज्ञ शामिल हो रहे हैं।

अयोध्या में उल्लास: हर गली उत्सव, मंदिर-मंदिर बधाई
श्रीरामजन्मोत्सव पर अयोध्या में खुशी का माहौल देखने को मिल रहा है। हर गली और मोहल्ले में उत्सव का रस बहे रहा है और मंदिरों में बधाईयां गूंजने लगी हैं। यह पर्व केवल धार्मिक नहीं, बल्कि सामाजिक एकता और समर्पण का प्रतीक भी है।
उत्सव की धूम
इस बार का श्रीरामजन्मोत्सव पहले से अलग और विशेष है। अयोध्या के हर कोने में ढोल-ताशे की आवाजें गूंज रही हैं। भक्तजन संगठित होकर रामकथाएं सुन रहे हैं, जिसमें भगवान श्रीराम के जीवन के विभिन्न पहलुओं को दर्शाया जा रहा है। इस दौरान, श्रद्धालु रंग-बिरंगे कपड़ों में सज-धज कर इस महापर्व का आनंद ले रहे हैं।
धार्मिक अनुष्ठान
मंदिरों में विशेष धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया जा रहा है। आस्था के साथ लोग पूजा-पाठ कर रहे हैं, जिससे वातावरण भक्ति से ओत-प्रोत हो गया है। भक्तों द्वारा रामायण का पाठ किया जा रहा है और हवन-यज्ञ का आयोजन भी किया जा रहा है। यह एक अद्भुत अनुभव है जो सभी को जोड़ता है।
समाज में एकता का प्रतीक
अयोध्या में यह उत्सव न केवल धार्मिक मान्यताओं का पालन करता है, बल्कि यह समाज में एकता और भाईचारे का प्रतीक भी है। हर वर्ग, जाति और धर्म के लोग इस पर्व का आनंद ले रहे हैं, जिससे यह साबित होता है कि प्रेम और अभिव्यक्ति किसी भी धार्मिकता से परे होती है।
इस खास मौके पर, सम्पूर्ण अयोध्या के नागरिकों और भक्तों की भावनाएं और श्रद्धा एक ही धागे में पिरोई जा रही हैं। विशेष रूप से, युवा पीढ़ी इस महापर्व में अपनी सक्रियता और भागीदारी के माध्यम से भक्ति और परंपरा को आगे बढ़ा रही है।
अयोध्या में इस बार का श्रीरामजन्मोत्सव एक यादगार घटना बन चुका है, जिसका अनुभव हर किसी के दिल में बस रहा है।
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