जीरोन रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा का नया सिस्टम:ट्रैक पर डुअल डिटेक्शन के लिए MSDAC लगाया, ट्रेन की सटीक लोकेशन मिलेगी

झांसी मंडल में रेल यात्रियों की सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। झांसी-बीना खंड के जीरोन रेलवे स्टेशन पर मल्टी सेक्शन डिजिटल एक्सल काउंटर (MSDAC) की स्थापना की गई है। मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा के निर्देशन में यह काम 28 फरवरी 2025 को पूरा किया गया। MSDAC सिस्टम को अप दिशा लूप, डाउन दिशा लूप, लूप लाइन साइडिंग और रस्टी रेल ट्रैक पर लगाया गया है। इस नई तकनीक से ट्रेनों की सटीक लोकेशन का पता लगाना आसान होगा। इससे ट्रेन संचालन में होने वाली गलतियां भी कम होंगी। साथ ही ट्रैक की निगरानी और रखरखाव में भी मदद मिलेगी। इस प्रोजेक्ट में वरिष्ठ मंडल सिग्नल एवं टेलीकॉम इंजिनीयर विष्णु गुप्ता का महत्वपूर्ण योगदान रहा। सहायक मंडल इंजिनीयर मनोज कुमार और वरिष्ठ खंड इंजिनीयर अजय कुमार ने भी अपनी टीम के साथ इस काम को सफलतापूर्वक पूरा किया। झांसी मंडल रेलवे प्रशासन यात्रियों की सुरक्षा और बेहतर सुविधाओं के लिए लगातार काम कर रहा है। रेलवे की बुनियादी सुविधाओं को आधुनिक बनाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।

Feb 28, 2025 - 20:00
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जीरोन रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा का नया सिस्टम:ट्रैक पर डुअल डिटेक्शन के लिए MSDAC लगाया, ट्रेन की सटीक लोकेशन मिलेगी
झांसी मंडल में रेल यात्रियों की सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। झांसी-

जीरोन रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा का नया सिस्टम

News by indiatwoday.com

ट्रैक पर डुअल डिटेक्शन के लिए MSDAC लगाया गया

जीरोन रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा को लेकर उठाए गए नए कदम ने यात्रियों के लिए सुरक्षा की नई गारंटी पेश की है। रेलवे द्वारा MSCAD (Multifunctional Safety Detection and Alert Capability) सिस्टम का कार्यान्वयन किया गया है, जो ट्रैक पर डुअल डिटेक्शन की सुविधा प्रदान करेगा। इस सिस्टम की मदद से ट्रेन की सटीक लोकेशन और ट्रैक की स्थिति के बारे में वास्तविक समय में जानकारी प्राप्त की जा सकेगी। यह न केवल ट्रेन परिचालन को सुरक्षित बनाएगा बल्कि समस्त यात्री अनुभव को भी बेहतर करेगा।

MSDAC का महत्व

MSDAC सिस्टम में विशेष सेंसर और कैमरा फीड का प्रयोग किया गया है, जो ट्रेन की गति और स्थिति को मॉनिटर करता है। यह तकनीक रेलवे सुरक्षा में एक नई लहर लाएगी, जिससे समय रहते कोई भी संभावित खतरा वास्तविक समय में पहचाना जा सकेगा। उदाहरण के लिए, यदि कोई वस्तु या मानव ट्रैक पर आता है, तो यह सिस्टम सक्रिय होकर तुरंत अलर्ट देगा, जिससे ट्रेन की गति को नियंत्रित किया जा सकेगा।

यात्री सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए

इस नई तकनीक के साथ, यात्रियों को सुरक्षित यात्रा का अनुभव मिलेगा। रेलवे प्राधिकरण का मानना है कि MSDAC सिस्टम की मदद से ट्रेन संचालन में सुधार होगा और दुर्घटनाओं की संख्या में भी कमी आएगी। साथ ही, यह सेवा रेलवे के समेकित संचालन को भी मजबूत करेगा।

आगे की योजनाएँ

रेलवे मंत्रालय ने जीरोन स्टेशन के इस अद्वितीय पहल को अन्य रेलवे स्टेशनों पर भी लागू करने की योजना बनाई है। भविष्य में, सभी प्रमुख स्टेशनों पर MSDAC जैसे सुरक्षा प्रणालियों का कार्यान्वयन किया जाएगा, जिससे हमारे देश की रेलवे व्यवस्था और भी सुरक्षित बन सके।

इस प्रकार, जीरोन रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा का नया सिस्टम रेलवे यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो न केवल सुरक्षा को बढ़ाएगा बल्कि यात्रियों के अनुभव को भी बेहतर बनाएगा।

अंत में

जीरोन रेलवे स्टेशन पर MSDAC सिस्टम का कार्यान्वयन एक उदाहरण है कि कैसे तकनीक का सही उपयोग किया जा सकता है परिवहन सुरक्षा के लिए। रेलवे मंत्रालय का यह कदम निश्चित ही यात्रियों की सुरक्षा और प्रभावशीलता में वृद्धि करेगा।

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