झांसी में ट्रेन से कटा युवक:पत्नी को मायके लाया था, लेकिन स्टेशन पर छोड़ दिया, बुंदेलखंड एक्सप्रेस आई तो कर ली आत्महत्या
झांसी के मऊरानीपुर रेलवे स्टेशन के पास युवक का शव ट्रैक पर पड़ा मिला है। बताया जा रहा है कि वह पत्नी को रानीपुर में उसके मायके छोड़ने आया था। लेकिन स्टेशन पर ही दोनों में झगड़ा हो गया। इसके बाद वह ट्रेन के आगे कूद गया। मौके पर पहुंची पुलिस से शव को कब्जे लिया और शिनाख्त कराने का प्रयास किया। देरशाम मृतक की पहचान होने पर परिजनों को सूचना देकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया। महोबा जिले के ग्राम सौरा, महोबकंठ के रहने वाले 32 साल के खूबचंद्र पुत्र श्यामलाल की शादी मऊरानीपुर के रानीपुर इलाके में हुई है। वह सोमवार को खजुराहो-उदयपुर सिटी एक्सप्रेस से पत्नी को उसके मायके छोड़ने जाने के लिए निकला था। दोनों दोपहर एक बजे मऊरानीपुर स्टेशन पहुंचे थे। यहां पहुंचने के बाद पति-पत्नी में किसी बात को लेकर बहस होने लगी। इसके बाद पत्नी को छोड़कर ख़ूबचंद्र वहां से निकल आया। अभी वह स्टेशन से कुछ दूरी पर ही था कि इसी दौरान बुंदेलखंड एक्सप्रेस आ गई और खूबचंद्र ने ट्रेन के आगे छलांग लगा दी। जब तक कोई कुछ समझ पाता वह ट्रेन की चपेट में आने से दो भाग में बंट गया। यह देख वहां मौजूद लोगों में चीख पुकार मच गई। वहीं, घटना की जानकारी मिलते ही मऊरानीपुर कोतवाली की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। फिलहाल घटना की जांच की जा रही है। पत्नी को स्टेशन पर छोड़ गया था ख़ूबचंद्र पुलिस के अनुसार पत्नी को मायके भेजने आए ख़ूबचंद्र ने पत्नी को स्टेशन पर ही छोड़ दिया था। इसके बाद वह उसे बिना कुछ बोले ही निकल गया। युवक के शव की शिनाख्त करने के लिए पुलिस जब रेलवे स्टेशन पहुंची तो उसकी पत्नी वहीं खड़ी मिली। उसी ने बताया कि मृतक उसे मायके छोड़ने आया था। लेकिन पारिवारिक विवाद के चलते वह अपने ससुराल नहीं गया।
झांसी में ट्रेन से कटा युवक: पत्नी को मायके लाया था, लेकिन स्टेशन पर छोड़ दिया, बुंदेलखंड एक्सप्रेस आई तो कर ली आत्महत्या
हाल ही में झांसी में एक दिल दहला देने वाली घटना घटी, जिसमें एक युवक ने ट्रेन के नीचे आकर आत्महत्या कर ली। यह युवक अपनी पत्नी को मायके छोड़ने के बाद अकेले स्टेशन पर संकट में पड़ गया। यह मामला न केवल मानवीय त्रासदी है, बल्कि हमारे समाज में मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति को भी उजागर करता है।
घटना का साधारण विवरण
युवक का नाम अभी पुख्ता रूप से सामने नहीं आया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, वह अपनी पत्नी को उसके मायके छोड़ने के बाद वापस अपने घर लौटने के लिए स्टेशन पर आया था। जैसे ही वह झांसी रेलवे स्टेशन पर पहुंचा, उसे ऐसा महसूस हुआ कि उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है।
बुंदेलखंड एक्सप्रेस की ट्रैक पर आई घटना
जब युवक ने बुंदेलखंड एक्सप्रेस को आते देखा, तब उसने ऐसा कदम उठाया। रेलवे पटरी पर खड़े होकर उसने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। यह घटना स्टेशन पर लोगों के लिए एक सदमे के रूप में रही। सिर्फ़ एक क्षण ने उसकी ज़िंदगी को हमेशा के लिए समाप्त कर दिया।
समाज में मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति
यह घटना यह दर्शाती है कि हमारे समाज में मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं कितनी गंभीर हैं। ऐसे मामलों की बढ़ती संख्या को देखकर यह आवश्यक हो जाता है कि हम इस दिशा में जागरूकता फैलाएं और उन लोगों की मदद करें जो इस तरह की स्थितियों का सामना कर रहे हैं। परिवार, दोस्त और समाज को सदैव ऐसे लोगों का सहारा बनना चाहिए।
समाज को क्या सबक मिलता है?
इस तरह की दुखद घटनाएं हमें यह याद दिलाती हैं कि हमें अपने आस-पास के लोगों की मानसिक स्थिति का ध्यान रखना चाहिए। वे कभी भी संकट में पड़ सकते हैं, और यदि हम उनकी मदद नहीं करते हैं, तो यह किसी की जान ले सकता है।
News by indiatwoday.com इस तरह के घटनाओं को रोकने के लिए हमें एक सामूहिक प्रयास करने की जरूरत है। जरूरत है कि हम मानसिक स्वास्थ्य के प्रति अपने दृष्टिकोण को बदलें और इस विषय पर खुलकर बात करें। Keywords: झांसी में आत्महत्या, झांसी युवक ट्रेन दुर्घटना, बुंदेलखंड एक्सप्रेस घटना, मानसिक स्वास्थ्य समस्या, आत्महत्या की वजह, मायके छोड़ने के बाद आत्महत्या, स्टेशन पर युवक की मौत, त्रासदी झांसी, युवा मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता.
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