डीएम ने फार्मर रजिस्ट्री की धीमी प्रगति पर जताई नाराजगी:10 मार्च तक ई-खसरा पड़ताल का निर्देश, अच्छा काम करने वालों को मिलेगा प्रशस्ति पत्र
अम्बेडकरनगर में जिलाधिकारी अविनाश सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में एग्रीस्टैक के तहत फार्मर रजिस्ट्री और डिजिटल क्रॉप सर्वे की समीक्षा बैठक की। मुख्य विकास अधिकारी आनंद कुमार शुक्ला की मौजूदगी में आयोजित बैठक में सभी तहसीलों के सर्वेयर, सुपरवाइजर और कृषि विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। जिलाधिकारी ने फार्मर रजिस्ट्री और डिजिटल क्रॉप सर्वे की धीमी प्रगति पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने खराब प्रदर्शन करने वाले सर्वेयरों की गहन समीक्षा की। फार्मर रजिस्ट्री आईडी में प्रगति न दिखाने वाले अधिकारियों को फटकार लगाई। डीएम ने कृषि और राजस्व विभाग को आपसी समन्वय से काम करने का निर्देश दिया। सभी लेखपालों और पंचायत सहायकों को 10 मार्च 2025 तक शत-प्रतिशत ई-खसरा पड़ताल पूरा करने का लक्ष्य दिया गया। लक्ष्य पूरा न करने वाले कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई। वहीं बेहतर काम करने वालों को प्रशस्ति पत्र देने की घोषणा की गई। जिलाधिकारी ने फार्मर रजिस्ट्री के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि मिशन मोड में काम करते हुए बाकी किसानों की रजिस्ट्री जल्द पूरी की जाए। इससे किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ समय पर मिल सकेगा।

डीएम ने फार्मर रजिस्ट्री की धीमी प्रगति पर जताई नाराजगी
उत्तर प्रदेश के डीएम ने हाल ही में फार्मर रजिस्ट्री की धीमी प्रगति को लेकर अपनी नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने बताया कि जिस प्रकार से रजिस्ट्रेशन का कार्य चल रहा है, वह संतोषजनक नहीं है। इस संदर्भ में, डीएम ने 10 मार्च तक ई-खसरा पड़ताल का निर्देश दिया है। इस निर्देश का मुख्य उद्देश्य है कि सभी किसान रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को तेजी से पूरा करें।
ई-खसरा पड़ताल का महत्व
ई-खसरा पड़ताल का कार्य फसल बुवाई और खरीदी के लिए आवश्यक है। यह सुनिश्चित करता है कि सभी किसानों के रिकॉर्ड सही और अद्यतन हों। डीएम ने किसान समुदाय को आश्वस्त किया है कि जिन किसानों का कार्य अच्छा होगा, उन्हें प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा। यह पहल किसानों को प्रेरित करने के लिए है ताकि वे अपने रजिस्ट्रेशन को समय पर पूरा कर सकें।
निरंतरता और पारदर्शिता
डीएम ने कहा कि रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है, ताकि किसान को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे किसानों की मदद करें और उनके सवालों का सही समाधान प्रदान करें। इसके लिए एक विशेष टीम बनाई गई है, जो किसानों के बीच जागरूकता फैलाने का कार्य करेगी।
किसानों के लाभ के लिए दिशा-निर्देश
डीएम द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, सभी किसानों को चाहिए कि वे अपनी आवश्यक दस्तावेजों को समय पर तैयार रखें। इससे रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की देरी नहीं होगी। इसके अलावा, किसानों को सलाह दी गई है कि वे अपने अनुभव साझा करें ताकि प्रक्रिया को और अधिक सुगम बनाया जा सके।
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इस प्रकार, डीएम की पहल से उम्मीद है कि किसानों में रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को लेकर जागरूकता आएगी और रजिस्ट्रेशन में तेजी आएगी। Keywords: डीएम फार्मर रजिस्ट्री, ई-खसरा पड़ताल, किसानों को प्रशस्ति पत्र, रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया, उत्तर प्रदेश किसान मदद, कृषि रजिस्ट्री दिशा-निर्देश, रजिस्ट्रेशन में देरी समाधान, किसान जागरूकता कार्यक्रम.
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