नोएडा प्राधिकरण के उद्यान डिप्टी डायरेक्टर हो सकते है निलंबित:प्राधिकरण ने शासन को भेजी रिपोर्ट, एक ही कार्य का दो बार एस्टीमेट बनाया था

काम में लापरवाही बरतने वाले उद्यान खंड-3 के डिप्टी डायरेक्टर राजेंद्र सिंह कभी भी निलंबित हो सकते है। साथ ही उनके खंड में अब तक हुए काम की जांच शासन स्तर पर शुरू की जा सकती है। प्राधिकरण ने उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए शासन को आख्या भेज दी है। बता दें कि हाल ही में जनवरी में एक ही स्थान पर सीईओ ने चार बार निरीक्षण किया, जिसमें उद्यान खंड-3 की लापरवाही सामने आई थी। लेकिन बार बार कहने व चेतावनी के बावजूद काम को पूरा नहीं कराया गया। कार्मिक विभाग से किया गया अटैच इससे नाराज होकर सीईओ ने उद्यान खंड-3 का कार्मिक विभाग में अटैच कर दिया। उद्यान खंड-3 राजेंद्र कुमार का कहना है कि कार्मिक विभाग में अटैच किया गया है, लेकिन शासन को आख्या भेजे जाने की जानकारी नहीं है। बता दें कि नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर 1.99 करोड़ रुपए के रख रखाव कार्य की सैद्धांतिक मंजूरी के बाद उद्यान खंड-3 ने कार्य का टेंडर जारी करने के बजाए। उसी कार्य का दूसरा एस्टीमेट 2.99 करोड़ का तैयार कर सीईओ की सैद्धांतिक मंजूरी लेने का प्रयास किया। एसीईओ और एफसी ने पकड़ी थी फाइल उद्यान खंड-3 के मंसूबों पर उस समय पानी फिर गया, जब अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी वंदना त्रिपाठी व वित्त नियंत्रक स्वतंत्र कुमार गुप्ता ने खंड की एस्टीमेट फाइल को पकड़ लिया। खंड अधिकारी को विभागीय स्तर पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया, फाइल गुम होने का हवाला दिया। इसके बाद सीईओ ने उनके सभी कार्य के भुगतान पर रोक लगा दी। शासन को भेजी आख्या रिपोर्ट अब उद्यान खंड तृतीय के उपनिदेशक राजेंद्र कुमार, सहायक निदेशक उद्यान ज्ञानेंद्र कुमार, उद्यान निरीक्षक कुंवर पाल (सेवानिवृत्त) पर सरकारी पद का दुरुपयोग का दोषी मान शासन से कार्रवाई की संतुति कर दी है, जिसकी आख्या तैयार कर शासन को भेजी गई है।

Feb 17, 2025 - 05:00
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नोएडा प्राधिकरण के उद्यान डिप्टी डायरेक्टर हो सकते है निलंबित:प्राधिकरण ने शासन को भेजी रिपोर्ट, एक ही कार्य का दो बार एस्टीमेट बनाया था
काम में लापरवाही बरतने वाले उद्यान खंड-3 के डिप्टी डायरेक्टर राजेंद्र सिंह कभी भी निलंबित हो सकते

नोएडा प्राधिकरण के उद्यान डिप्टी डायरेक्टर हो सकते है निलंबित

नोएडा प्राधिकरण ने एक महत्वपूर्ण रिपोर्ट शासन को भेजी है, जिसमें उद्यान डिप्टी डायरेक्टर के खिलाफ निलंबन की सिफारिश की गई है। यह मामला तब सामने आया जब एक ही कार्य के लिए दो बार एस्टिमेट बनाए जाने की जानकारी मिली। इस रिपोर्ट के बाद, प्राधिकरण प्रशासन इस मुद्दे की गहन जांच करने का मन बना रहा है।

प्रकरण की पृष्ठभूमि

उद्यान डिप्टी डायरेक्टर द्वारा किए गए एस्टिमेट में अनियमितताओं के चलते यह मामला चर्चा का विषय बन गया है। रिपोर्ट के अनुसार, डिप्टी डायरेक्टर ने एक विशेष योजना के तहत एक ही कार्य को दो बार एस्टिमेट किया, जिससे शासन को संदेह हुआ। इस प्रकार की लापरवाही भ्रष्टाचार के संकेत देती है, जोकि शासन द्वारा सहन नहीं की जाएगी।

प्राधिकरण की कार्रवाई

नोएडा प्राधिकरण ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एक निष्पक्ष जांच का आदेश दिया है। अधिकारियों का मानना है कि इस तरह की कार्रवाई न केवल नियमों का उल्लंघन है, बल्कि यह उच्चस्तरीय प्रशासनिक प्रक्रियाओं पर भी सवाल उठाती है। रिपोर्ट में दिए गए तथ्यों के आधार पर, शासन उचित कार्रवाई करने पर विचार कर रहा है।

भविष्य की संभावना

यदि डिप्टी डायरेक्टर के खिलाफ कार्रवाई की जाती है, तो इससे अन्य अधिकारियों को कड़ा संदेश जाएगा कि प्रशासन में पारदर्शिता और ईमानदारी आवश्यक है। इसके अलावा, यह मामला नोएडा प्राधिकरण के अन्य कार्यों में भी सुधार की आवश्यकता को उजागर करता है।

अंत में, इस मामले से जुड़े सभी पक्षों की प्रतिक्रिया का इंतजार किया जा रहा है। जल्द ही प्राधिकरण की बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा की जाएगी।

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