हत्यारोपित प्रधान व उसके भाइयों की खुली हिस्ट्रीशीट:कोर्ट आते समय झिनकू दूबे की कर दी गई थी हत्या
गोरखपुर के गोला थानाक्षेत्र में झिनकू दूबे की हत्या के आरोपित ग्राम प्रधान के भाइयों, साजिश रचने वाले ग्राम प्रधान सहित 4 की हिस्ट्रीशीट खोली गई है। गोला पुलिस ने रविवार को यह प्रक्रिया पूरी की। इनमें धौरहरा के प्रधान रामेश्वर दूबे, उसके भाइयों परमेश्वर दूबे, तारकेश्वर दूबे व साथी राजकुमार यादव का नाम शामिल है। सभी आरोपित फिलहाल जेल में है। झिनकू दूबे का ग्राम प्रधान के परिवार से विवाद चलता था। दोनों पक्षों की ओर से एक-दूसरे पर केस दर्ज कराए गए थे। इसी तरह के एक मामले में बयान दर्ज कराने के लिए झिनकू दूबे अपनी बहू को लेकर गोरखपुर कोर्ट जा रहे थे। आरोप है कि 13 दिसंबर को रास्ते में प्रधान के भाइयों ने पहले उन्हें अपनी गाड़ी से टक्कर मारी और फिर लाठी, डंडे व राड से पीटकर मार डाला। पहले से दर्ज हैं केस अब इन चारों बदमाशों की हर गतिविधियों पर पुलिस की नजर रहेगी। प्रत्येक की निगरानी के लिए एक-एक बीट पुलिस की डयूटी लगाई जाएगी। गोला थाना के प्रभारी ने बताया कि ग्राम प्रधान परमेश्वर दूबे पर 5,परमेश्वर दूबे पर 5, तारकेश्वर नाथ दूबे पर 6 और पांडेपार उर्फ डडवा के राजकुमार यादव पर 10 केस दर्ज हैं। पहले से देते थे धमकी, झिनकू ने छोड़ दिया था घर झिनकू दूबे की बहू गुड़िया ने पुलिस को तहरीर देकर बताया था कि धौरहरा का ग्राम प्रधान अपराधी प्रवृत्ति का है। एक माह पूर्व प्रधान के भाई तारकेश्वर, परमेश्वर व पिता विजय शंकर दुबे ने उनके घर में घुस कर मारपीट की थी। इसी मामले में ससुर झिनकू दुबे ने इन लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया था। इससे नाराज होकर इन लोगों ने जान से मारने की धमकी दी थी। जानमाल के डर से गांव छोड़ दिया था। 13 दिसंबर को ससुर के साथ कोर्ट में गवाही देने जा रही थी। अभी जानीपुर से आगे देवकली पेट्रोल पंप के पहले पहुंचे थे कि तारकेश्वर, परमेश्वर व दो अज्ञात व्यक्तियों ने चार पहिया वाहन से उनकी बाइक को टक्कर मार दिया। इसके बाद वे स्कार्पियो से उतरे और ससुर को पीटा। इसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

हत्यारोपित प्रधान व उसके भाइयों की खुली हिस्ट्रीशीट: कोर्ट आते समय झिनकू दूबे की कर दी गई थी हत्या
हाल ही में झिनकू दूबे की हत्या ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है। यह घटना उस समय हुई जब झिनकू दूबे, जिन पर अनेक आपराधिक मामले दर्ज थे, अपने कोर्ट के मामले में पेश होने जा रहे थे। समाचार हम तक पहुँचाते हैं कि हत्यारोपित प्रधान और उसके भाइयों की लंबी हिस्ट्रीशीट में कई गंभीर अपराध शामिल हैं, जो एक संतोषजनक न्याय की अपेक्षा को और भी जटिल बना देती है।
प्राथमिक जानकारी
झिनकू दूबे की हत्या के पीछे की वजह अभी पूरी तरह स्पष्ट नहीं हुई है, लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि यह व्यक्तिगत दुश्मनी या अपराधी समूहों के बीच विवाद की परिणति हो सकती है। प्राथमिक जांच में पता चला है कि हत्यारोपित प्रधान का झिनकू के साथ पुराने विवाद थे।
हिस्ट्रीशीट का विवरण
हत्यारोपित प्रधान के खिलाफ दर्ज मामलों की सूची उसके आपराधिक इतिहास को दर्शाती है। भारतीय कानून में इसके गंभीर दुष्परिणाम हो सकते हैं। इन मामलों में से कुछ में हत्या, संगठित अपराध, और दुष्कर्म के आरोप शामिल हैं। ऐसे में, यह देखना अत्यंत महत्वपूर्ण होगा कि न्यायालय मामले की सुनवाई में क्या निर्णय लेता है।
कोर्ट में सुनवाई और प्रतिक्रिया
कोर्ट में सुनवाई के दौरान यह मामला तूल पकड़ सकता है। स्थानीय लोगों ने इस घटना के बाद अपना दुख व्यक्त करते हुए कहा है कि उन्हें न्याय की आवश्यकता है। इस तरह की आपराधिक घटनाएँ समाज में भय और असुरक्षा का माहौल बनाती हैं।
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भविष्य की संभावना
झिनकू दूबे की हत्या की जांच में पुलिस की तत्परता और गति महत्वपूर्ण होगी। यदि प्रशासन सही तरीके से जांच करता है, तो यह सुनिश्चित कर सकता है कि दोषियों को सजा मिले। आगे चलकर, यह घटना कई चीजों को प्रभावित कर सकती है, जैसे कि स्थानीय राजनीति, अपराध का स्तर और समुदाय के मनोबल को।
सरकारी अधिकारियों को इस मुद्दे पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए और ऐसे मामलों की रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।
इस प्रकार, झिनकू दूबे की हत्या केवल उसकी व्यक्तिगत कहानी नहीं है, बल्कि यह एक बड़ा सामाजिक मुद्दा बन गया है, जिसे सभी को ध्यान में रखना होगा। Keywords: झिनकू दूबे हत्या, हत्यारोपित प्रधान, हिस्ट्रीशीट, कोर्ट में सुनवाई, अपराधियों की पकड़, हत्या का मामला, व्यक्तिगत दुश्मनी, संगठित अपराध, यूपी पुलिस, स्थानीय राजनीति, समाज में असुरक्षा.
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