प्रतिष्ठा द्वादशी की पूर्व संध्या राम मंदिर की नई तस्वीर:मंदिर के शिखर का 50% काम पूरा, परकोटे में लगा पांच लाख घन फिट पत्थर

प्रतिष्ठा द्वादशी की पूर्व संध्या पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने श्री राम मंदिर की 7 नई तस्वीरें जारी किया है। जिसमें श्री राम जन्मभूमि मंदिर में भूतल, प्रथम एवं द्वितीय तल के साथ ही शिखर निर्माण का कार्य दिखाई दे रहा है। इसके साथ ही ट्रस्ट ने अवध क्षेत्र में एक नये व्रत की शुरुआत की है। प्रतिष्ठा द्वादशी पर लोगों को व्रत रखने का संकल्प दिलाया गया है। ट्रस्ट की जारी तस्वीर में राम मंदिर के शिखर का कार्य होता दिखाई दे रहा है। जिसमें शिखर का निर्माण दिखाई दे रहा है। जमीन से 161 फीट ऊंचा शिखर बन रहा है। नागर शैली में बनने वाला शिखर अष्टकोणीय है। इसमें 45 फिट ऊंचा और पांच टन वजन का ध्वज स्तंभ भी स्थापित किया जाएगा। इस पर राम मंदिर की पताका फहराएगी। शिखर का 50 % कार्य पूरा हो चुका है। पांच लाख घन फिट पत्थर लगा चुका परकोटे में ट्रस्ट द्वारा जारी तस्वीर में परकोटा का निर्माण दिखाई दे रहा है। परकोटे में छह मंदिरों का निर्माण भी किया जा रहा है। राम मंदिर के प्रोजेक्ट इंचार्ज विनोद मेहता ने दैनिक भास्कर को बताया “परकोटे में 8.5 लाख घन फीट वंशी पहाड़पुर के लाल पत्थर लगने है, जिसमें पांच लाख घन फीट पत्थर लग चुके है। परकोटे का निर्माण तेजी के साथ चल रहा है। राम मंदिर के प्रथम तल का निर्माण पूरा हो गया है। द्वितीय तल पर फिनिशिंग का कार्य चल रहा है। प्रथम तल पर भगवान राम दरबार की मूर्ति स्थापित किया जाएगा।

Jan 10, 2025 - 21:55
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प्रतिष्ठा द्वादशी की पूर्व संध्या राम मंदिर की नई तस्वीर:मंदिर के शिखर का 50% काम पूरा, परकोटे में लगा पांच लाख घन फिट पत्थर
प्रतिष्ठा द्वादशी की पूर्व संध्या पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने श्री राम मंदिर क

प्रतिष्ठा द्वादशी की पूर्व संध्या राम मंदिर की नई तस्वीर

राम मंदिर, अयोध्या में प्रतिष्ठा द्वादशी की पूर्व संध्या पर एक नई तस्वीर सामने आई है। इस तस्वीर में मंदिर के शिखर का 50% काम पूरा होने की जानकारी मिली है। इस समय, राम मंदिर में निर्माण कार्य तेजी से प्रगति पर है, और इसके परकोटे में लगभग पांच लाख घन फिट पत्थर लगाया गया है। यह सभी जानकारियाँ इस पवित्र स्थल के निर्माण की महत्वपूर्ण प्रगति को दर्शाती हैं।

राम मंदिर निर्माण की प्रगति

राम मंदिर का निर्माण पिछले कुछ वर्षों से समाज के सभी वर्गों के बीच एक महत्वपूर्ण चर्चा का विषय रहा है। इस मंदिर के निर्माण में अनेक श्रमिकों और विशेषज्ञों की मेहनत नजर आ रही है, जिनकी लगातार मेहनत के चलते मंदिर का शिखर आकार ले रहा है। इस समय, कार्यकर्ताओं ने मंदिर के शिखर की पूरी तस्वीर को अंतिम रूप देने की ओर ध्यान केंद्रित किया है।

परकोटे में पत्थरों का विशाल उपयोग

राम मंदिर के परकोटे में पांच लाख घन फिट पत्थर का उपयोग किया गया है। यह पत्थर न केवल मंदिर की मजबूती का संकेत है बल्कि यह उस कलात्मकता को भी दर्शाता है जो इस भव्य मंदिर की पहचान है। इन पत्थरों को एकत्रित करना और उन्हें सही तरीके से लगाना, दोनों ही कार्य अत्यंत कठिन थे, लेकिन यहां पर कार्यकर्ताओं ने सही तरीके से इस चुनौती का सामना किया है।

समुदाय की सहभागिता

इस महत्वपूर्ण निर्माण कार्य में स्थानीय समुदाय की सहभागिता भी उल्लेखनीय है। हर कोई इस पवित्र स्थल के निर्माण में अपनी भागीदारी का गर्व महसूस कर रहा है। अयोध्या के लोग न केवल इस निर्माण के साक्षी बन रहे हैं, बल्कि इसे अपने सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा मानते हैं।

राम मंदिर केवल एक धार्मिक स्थल नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति, इतिहास और मानवीय भावनाओं का प्रतीक है। यह इस बात का प्रमाण है कि जिन चीज़ों के लिए हम एकजुट होते हैं, उनका कद्र और मूल्य हमेशा उच्च होता है।

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निष्कर्ष

राम मंदिर का निर्माण कार्य अपनी गति में है और इससे जुड़ी सभी जानकारियाँ भारतीय संस्कृति और श्रद्धा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गई हैं। इस प्रतिष्ठा द्वादशी पर, मंदिर का शिखर और इसके चारों ओर का वातावरण एक नई उम्मीद और श्रद्धा का प्रतीक है। Keywords: राम मंदिर, प्रतिष्ठा द्वादशी, राम मंदिर की तस्वीर, मंदिर का शिखर, पत्थर का उपयोग, अयोध्या में मंदिर निर्माण, धार्मिक स्थल, भारतीय संस्कृति, समाचार indiatwoday.com

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