मोदीनगर में पांच दिन से पेयजल आपूर्ति ठप:बूंद-बूंद पानी के लिए तरसे लोग, गुस्साय लोगों ने नगर पंचायत कार्यालय में किया हंगामा
गाजियाबाद के मोदीनगर में कस्बा निवाड़ी में पांच दिन से पेयजल आपूर्ति ठप होने से गुस्साए लोगों ने शनिवार को नगर पंचायत कार्यालय पर जोरदार नारेबाजी करते हुए हंगामा किया। आक्रोशित लोगों ने आरोप लगाया कि कस्बावासी पांच दिन से बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहें है और नगर पंचायत प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है। भाकियू किसान सभा के बैनर तले संगठन के उपाध्यक्ष सतेन्द्र त्यागी के साथ लोग एकत्र निवाड़ी नगर पंचायत कार्यालय पहुंचे और हंगामा काटा। कार्यालय से चेयरमैन और अधिशासी अधिकारी के नदारद होने पर उनका गुस्सा और बढ़ गया। सतेन्द्र त्यागी ने बताया कि कस्बे की जलापूर्ति एक ही ट्यूबवैल से होती है। बताया कि मंगलवार बाजार में पुलिया के नीचे पेयजल पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो गई है। इसके कारण पिछले पांच दिन से कस्बे की पेयजल आपूर्ति बंद हो गई है। इससे छह हजार से अधिक आबादी प्रभावित हो रही है। ग्रामीण किलोमीटर की दूरी तय कर कस्बे के दूसरे कोने से पानी ला रहे हैं। वहां ग्रामीणों की लंबी कतार होने के कारण घंटों घंटों एक बाल्टी पानी लिए गंवाना पड़ रहा है। शिकायत के बावजूद नगर पंचायत प्रशासन ने खामोशी की चादर तानी हुई है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि पेयजल आपूर्ति सुचारू नहीं की गई तो वह अनिश्चितकालीन आंदोलन छेड़ेंगे। इस अवसर पर सभासद मंगू केवट,जगदीश, राजकुमार के अलावा सहकारी समिति के पूर्व चेयरमैन संजीव त्यागी, बिट्टू त्यागी, निक्कू त्यागी, सचिन कुमार, धर्म जाटव, अब्बास खान, इंद्रजीत गोयल, प्रवेश लाला, राजा और राजकुमार आदि सहित कई मौजूद रहे।

मोदीनगर में पांच दिन से पेयजल आपूर्ति ठप
News by indiatwoday.com
स्थिति का अवलोकन
मोदीनगर में पिछले पांच दिनों से पेयजल आपूर्ति ठप हो गई है, जिससे यहां के निवासियों की समस्या बढ़ गई है। लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं और असुविधा का सामना कर रहे हैं। शासन और प्रशासन की सुस्ती के परिणामस्वरूप पानी की गंभीर किल्लत देखने को मिल रही है।
लोगों का गुस्सा
पेयजल की किल्लत से गुस्साए नागरिकों ने नगर पंचायत कार्यालय में हंगामा किया। लोगों का कहना है कि इस समस्या का समाधान तत्काल किया जाना चाहिए। पानी की अनुपलब्धता से स्थानीय लोगों के जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है, जिससे आवागमन और दैनिक कार्य बेहद मुश्किल हो गए हैं।
प्रशासनिक प्रतिक्रिया
नगर पंचायत से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि पानी की आपूर्ति में निश्चित तकनीकी समस्याएं आई हैं, जिन्हें हल करने के प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि, नागरिकों का आरोप है कि प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।
समस्या का समाधान
इस स्थिति को सुधारने के लिए स्थानीय प्रशासन को अधिक सक्रियता से काम करना होगा। नागरिकों की जरूरतों को समझते हुए, जल संकट का दूरगामी समाधान निकालना अति आवश्यक है। पानी की किल्लत से परेशान लोगों ने इस मामले में उच्च अधिकारियों से भी गुहार लगाई है।
पानी की सही और नियमित आपूर्ति सुनिश्चित करना केवल एक सामाजिक मुद्दा नहीं, बल्कि मानवाधिकार का भी मामला है। सभी नागरिकों को स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल आपूर्ति का अधिकार है।
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संक्षेप में
मोदीनगर में जारी पेयजल संकट के बीच स्थानीय लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है। नगर पंचायत कार्यालय में हंगामा और प्रशासन की निष्क्रियता इस समस्या को और भी गंभीर बनाती है। यह समय है कि स्थानीय प्राधिकरण तत्काल इस समस्या का समाधान करें।
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