योगेश ने प्लांड कर पूरे परिवार का मर्डर किया:गंगोह कोतवाल बोले- वह आदतन अपराधी, मानसिक रोगी नहीं; फांसी तक पहुंचाकर दम लूंगा
'एक आदमी ने अपना पूरा परिवार खत्म कर दिया। वो कोई मानसिक रोगी नहीं है। उसने साजिश और प्लान के तहत किया। उसने प्लान कर पूरा परिवार खत्म कर दिया। वह आदतन अपराधी है। मैं वचन देता हूं कि उसे फांसी के तख्ते तक पहुंचा कर ही दम लेंगे।' ये बातें गंगोह कोतवाली प्रभारी पीयूष दीक्षित ने शांति समिति की बैठक में लोगों से कहीं। उन्होंने कहा- मानसिक रोगी होने की उसने (योगेश रोहिला) सिर्फ अफवाह फैलाई। ताकि उसे कोर्ट में फायदा मिल सके। उसने पहले भी इस तरह किया था। उसकी वजह से लोगों ने सुसाइड कर लिया। ग्रामीण बताते हैं कि अपने मां-बाप को उसी ने जहर लाकर दिया था। वह अपराधी है, कोई रोगी नहीं है। उन्होंने जनता को आश्वासन देते हुए कहा कि मैं अपनी 24 साल की पूरी नौकरी में ऐसा नहीं देखा। हम लोग उसे फांसी के फंदे तक पहुंचाने का काम करूंगा। पहले पढ़िए पूरा मामला गंगोह कस्बे में सांगाठेड़ा गांव है। यहां का योगेश रोहिला भाजपा का कार्यकारिणी सदस्य है। शनिवार दोपहर 2 से 3 बजे के बीच अपनी लाइसेंसी पिस्टल से पत्नी नेहा और 3 बच्चों (बेटी श्रद्धा (11), दो बेटों शिवांश उर्फ शिवा (4) और देवांश (6)) को गोली मार दी। तीनों बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि पत्नी नेहा को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। यहां से देर शाम नेहा को चंडीगढ़ पीजीआई रेफर कर दिया गया। वहीं गोली मारने के बाद योगेश ने खुद पुलिस को फोन कर कहा- मैंने अपनी पत्नी-बच्चों को गोली मार दी है। घर में लाशें पड़ी हैं। पुलिस मौके पर पहुंची और योगेश रोहिला को लाइसेंसी पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया। पुलिस और फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल की जांच की। मोहल्ले के लोगों से बात की और उनके बयान दर्ज किए। योगेश की पत्नी नेहा चंड़ीगढ़ पीजीआई में वेंटिलेटर पर थी। करीब 2 दिन तक मौत से जूझने के बाद सोमवार शाम नेहा ने दम तोड़ दिया। नेहा की मौत की खबर सुनते ही परिजन बेसुध हो गए। मां-बाप और 3 बहनों ने जहर खा लिया था योगेश के पिता रमेशचंद रोहिला अध्यापक थे। परिवार में योगेश की मां बाला देवी, उसकी चार बहनें मोनी,सीमा, अनु और सोनिया रहती थी। गांव के लोग बताते हैं कि साल 2007 में योगेश की प्रताड़ना से तंग आकर पिता रमेश, मां बाला देवी और तीन बहनें मोनी, सीमा और अनु ने जहर खाकर सुसाइड कर लिया था। आरोपी सभी के शवों का अंतिम संस्कार करने जा रहा था। तभी पुलिस पहुंच गई और शवों को जलती हुई चिता से उठाया। इस पूरे मामले में योगेश समेत 30 लोगों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। जिस दिन परिवार के सदस्यों ने जहर खाया था, उस समय उसकी बहन सोनिया घर पर नहीं थी। इसलिए बच गई थी। इस समय सोनिया दिल्ली रहती हैं। योगेश की पहली पत्नी रेखा शिक्षामित्र थीं। साल 2009 में रेखा की मौत हो गई थी। बताया जाता है कि उसे भी जहर दिया गया था। इसके बाद करीब 13 साल पहले योगेश ने दूसरी शादी नेहा से की थी। सोनिया बोल रही थी कि मां ने मौत से पहले तड़पते हुए कहा था कि इस हवेली में तू अकेला ही रहे, तुझे पानी देने वाला भी कोई न रहेगा। तुझे कहीं भी शांति नहीं मिलेगी। रविवार को बच्चों का हुआ अंतिम संस्कार रविवार को तीनों बच्चों का पोस्टमॉर्टम हुआ। जिसमें खुलासा हुआ कि बेटी श्रद्धा के सिर में राइट साइड में गोली मारी थी। जबकि देवांश और शिवांश के सिर में ऊपर से लेफ्ट साइड से गोली मारी गई थी। पोस्टमॉर्टम में सामने आया कि किसी भी बच्चे के गोली के निशान के अलावा ओर कोई निशान नहीं है। शाम को भाजपा नेता के तीनों बच्चों के शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया। पोस्टमॉर्टम के बाद उनके शव को दोपहर में गांव सांगाठेड़ा पहुंचे। 5 मिनट से भी कम समय तक उनके शव को घर पर रखा गया था। उसके बाद लोग पुलिस की मौजूदगी में शवों को श्मशान लेकर गए। दो छोटी बहन और भाई तीनों बच्चों के शव एक ही अर्थी पर बांधे गए थे। अंतिम दर्शन के लिए रिश्तेदार और गांव के लोगों की भीड़ पहुंची थी। .......................... ये खबर भी पढ़ें- BJP नेता बोला-बच्चों को कौन पालता इसलिए सबको मार डाला:पत्नी के अवैध संबंध थे; सहारनपुर हत्याकांड का पूरा कबूलनामा 'मैं पिछले 3 महीने से पत्नी को समझा रहा था। उसके गांव के एक लड़के से संबंध हो गए थे। मैंने बाजार में आते-जाते 2-3 बार दोनों को साथ पकड़ भी लिया था। मैं जब भी सच्चाई जानने की कोशिश करता तो वह झगड़ा करने लगती थी। मेरे परिवार की जिंदगी तबाह होती जा रही थी, लेकिन वह समझने को तैयार नहीं थी। समाज में हमारी बड़ी बदनामी हो रही थी। इसीलिए उसके सिर में गोली मारी और बच्चों को भी मार दिया। सोचा जब मैं जेल चला जाऊंगा, तो बच्चों की देख-रेख कौन करेगा?' पढ़ें पूरी खबर

योगेश ने प्लांड कर पूरे परिवार का मर्डर किया
हाल ही में गंगोह में एक च shocking घटना सामने आई है जिसमें योगेश ने अपने पूरे परिवार का मर्डर किया। इस वारदात ने पूरे क्षेत्र में सनसनी मचा दी है। गंगोह के कोतवाल ने बताया कि योगेश आदतन अपराधी है और उसका मानसिक रोगी होना सही नहीं है। इसे लेकर उन्होंने कहा, “मैं उसे फांसी तक पहुंचाकर दम लूंगा।” यह मामला पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया है।
योगेश का आपराधिक इतिहास
योगेश पर पहले भी कई अपराधों का आरोप लगाया जा चुका है। गंगोह के अधिकारियों के अनुसार, उसका आपराधिक इतिहास बेहद गंभीर है। जैसे ही यह घटना सामने आई, स्थानीय लोग आश्चर्यचकित रह गए। इस तरह के हत्याकांड से क्षेत्र में कानून-व्यवस्था और सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं।
वारदात की पूरी कहानी
जानकारी के अनुसार, योगेश ने अपने परिवार के सदस्यों की हत्या करने की योजना बनाई थी। यह न केवल एक अपराध है, बल्कि एक साजिश भी है। ऐसे मामलों में, कानून का कड़ा हाथ होना बेहद आवश्यक है। गंगोह पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए योगेश को गिरफ्तार किया। उसके खिलाफ कोर्ट में मुकदमा चलाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
मामले की उच्चस्तरीय जांच
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए, जिला प्रशासन ने उच्चस्तरीय जांच का आदेश दिया है। जिले के डीआईजी ने कहा है कि उन्हें इस मामले की गहराई से जांच करने की जरूरत है ताकि कानून की प्रक्रिया का पूरा पालन किया जा सके।
क्या योगेश का न्याय होगा? यह सवाल सभी के मन में घूम रहा है। न्यायपालिका पर लोगों का भरोसा बना हुआ है और ऐसे मामलों में सख्त सजा की उम्मीद की जा रही है।
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