शिमला में पति ने पत्नी को दी मिर्च की धूनी:बाहर से बंद किया कमरा, अंदर दोनों बेटे भी थे; दरवाजा तोड़कर निकले
देवभूमि हिमाचल के शिमला में एक व्यक्ति ने अपनी ही पत्नी और बच्चों को मिर्च का धुंआ लगाया। इससे पत्नी और उसके दोनों बच्चों का कमरे में दम घुटने लगा और सांस लेना मुश्किल हो गया। पत्नी और बच्चों ने किसी तरह कमरे का दरवाजा तोड़ा। तब जाकर तीनों बाहर निकले। पीड़ित महिला की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। यह मामला शिमला जिला के सुन्नी क्षेत्र का है। सुन्नी के चनावग गांव की डिंपल ने अपने पति टेकचंद पर घरेलू हिंसा के गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस को दी शिकायत में महिला ने बताया कि कि उसका पति टेक चंद उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करता है। बीते 25 फरवरी की रात करीब 9 बजे उसके पति टेक चंद ने शराब के नशे में उसके साथ झगड़ा किया। थाली में आग जलाकर फेंकी मिर्च इसके बाद टेकचंद ने एक थाली में आग जलाकर उसमें मिर्च डाल दी। पति ने मिर्च वाली थाली को पत्नी के कमरे की खिड़की पर रख दिया। फिर बाहर से कमरे का दरवाजा बंद कर दिया। कमरे के भीतर पत्नी के अलावा दो बेटे भी मौजूद थे तब कमरे के भीतर महिला और उसके 7 व 12 साल के दो बेटे भी शामिल थे। मिर्च के धुंए से तीनों का दम घुटने लगा। तीनों ने कड़ी मशक्कत के बाद कमरे का दरवाजा तोड़ा और बाहर निकले। बुधवार को पीड़ित महिला ने सुन्नी पुलिस थाना में शिकायत दी। पहले भी कई बार पिटाई कर चुका पुलिस के अनुसार, पहले भी टेकचंद कई बार अपनी पत्नी को पीटता रहा है। एक बार पुलिस में भी शिकायत आई थी। मगर तब पंचायत के समझाने के बाद टेकचंद कुछ दिन शांत रहा। अब दोबारा उसने पत्नी की पिटाई और मिर्च डालने की हरकत की है। पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर टेकचंद के खिलाफ एफआईआर कर ली है। पुलिस ने जल्द ही आरोपी की गिरफ्तारी का दावा किया है।

शिमला में पति ने पत्नी को दी मिर्च की धूनी: एक बुरी घटना
शिमला से एक च shocking घटनाक्रम सामने आया है, जिसमें एक पति ने अपनी पत्नी को मिर्च की धूनी से प्रताड़ित किया। यह घटना उस समय घटी जब पति ने कमरे को बाहर से बंद कर दिया, और अंदर उनके दो बेटे भी मौजूद थे। इस तरह की हिंसा न केवल व्यक्तिगत मामलों को दर्शाती है, बल्कि यह समाज में घरेलू हिंसा की बढ़ती प्रवृत्ति का भी संकेत है। News by indiatwoday.com
घटनास्थल का विवरण
सूत्रों के अनुसार, यह घटना शिमला के एक आवासीय क्षेत्र में हुई। पड़ोसियों द्वारा सुनी गई चीखें और शोरगुल ने पुलिस को सूचना देने के लिए प्रेरित किया। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो उन्होंने देखा कि कमरे का दरवाजा बंद था। बाद में पुलिस ने दरवाजा तोड़कर गृहस्थी में घुसते हुए पीड़िता की मदद की। यह दृश्य न केवल भयावह था, बल्कि यह उस परिवार के लिए भी दुखदायी था जो अंदर था।
क्या है मिर्च की धूनी?
मिर्च की धूनी, एक पारंपरिक ritual है जो कहानियों और मान्यताओं में आते हैं, लेकिन इसका उपयोग कभी-कभी प्रताड़ना के लिए भी किया जाता है। पति द्वारा पत्नी को मिर्च की धूनी देने से यह दर्शाता है कि वह किस प्रकार की मानसिकता रखता था। यह मानवीयता के खिलाफ है और इसे किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जा सकता।
समाज में घरेलू हिंसा का स्वरूप
यह घटना हमें याद दिलाती है कि घरेलू हिंसा अभी भी हमारे समाज में एक संवेदनशील मुद्दा है। अक्सर, ऐसे मामलों में महिलाएं चुप रहती हैं क्योंकि सर्वेसर्वा की मानसिकता सदियों से चलती आ रही है। यह घटना हमें यह भी बताती है कि हमें इनके खिलाफ आवाज उठानी होगी।
पुलिस की प्रतिक्रिया
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पति को गिरफ्तार किया और मामले की जांच शुरू कर दी। इस प्रकार की घटनाओं के खिलाफ कानूनी उपाय और समाज के समर्थन की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी परिस्थितियों का सामना न करना पड़े।
हमेशा याद रखें, घरेलू हिंसा का समर्थन नहीं किया जाना चाहिए। यदि आप या आपके आस-पास कोई ऐसा व्यक्ति है जो इसके शिकार है, तो तुरंत मदद लें। News by indiatwoday.com
निष्कर्ष
इस घटना ने हमें यह सोचने पर मजबूर किया है कि हमें अपने समाज में परिवर्तन लाने के लिए क्या कदम उठाने चाहिए। इस प्रकार की हिंसा से न केवल पीड़ित बल्कि उनके परिवार भी प्रभावित होते हैं। हमें एकजुट होकर इसे समाप्त करने की दिशा में काम करना होगा। Keywords: शिमला मिर्च की धूनी, पति पत्नी हिंसा, शिमला घटना, घरेलू हिंसा, शिमला पुलिस मामले, मिर्च की धूनी घटना, परिवारिक विवाद, शिमला समाचार, घरेलू हिंसा से रोकथाम, घरेलू हिंसा की जिम्मेदारी
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