श्री कृष्ण जन्मस्थान के लिए शुरू हुआ हस्ताक्षर अभियान:मथुरा में श्री कृष्ण जन्मस्थान की मुक्ति और मंदिर निर्माण के लिए किए हस्ताक्षर,1 फरवरी को प्रयागराज में होगा महासंवाद
श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति और भव्य निर्माण को लेकर श्री कृष्ण जन्मस्थान मुक्ति न्यास के द्वारा शनिवार से हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत की गई। श्री कृष्ण जन्मस्थान के मुख्य द्वार पर पहुंचे साधु,संत और संघटन से जुड़े पदाधिकारियों ने दर्शन करने आने वाले लोगों से हस्ताक्षर कराए। 1 फरवरी को श्री कृष्ण जन्मस्थान मुक्ति के लिए प्रयागराज में महासंवाद कार्यक्रम होगा। न्यास के बैनर तले हुई अभियान की शुरुआत भगवान श्री कृष्ण जन्म स्थान के मूल गर्भ गृह पर भव्य मंदिर निर्माण कराने के श्रीकृष्ण जन्म भूमि मुक्ति न्यास के आंदोलन में शनिवार को एक और नया अध्याय जुड़ गया। श्री कृष्ण जन्म भूमि के मुख्य द्वार से न्यास के बैनर तले हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत हो गई। इसकी औपचारिक घोषणा महाकुंभ में 17 जनवरी को संत महात्माओं के बीच होगी। इसके साथ ही एक फरवरी को महाकुंभ में होने वाले महासंवाद की गतिविधियां तेज हो गई। देश विदेश में चलेगा अभियान वृंदावन धाम के संत गोविंदानंद तीर्थ की अध्यक्षता में आरंभ हुए श्री कृष्ण जन्म भूमि की मुक्ति और वहां पर विशाल मंदिर निर्माण के अभियान को लेकर श्री कृष्ण जन्म भूमि मुक्ति न्यास के अध्यक्ष और श्री कृष्ण जन्म भूमि विवाद केस के वादी महेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि आज श्री कृष्ण जन्म भूमि के मुख्यद्वार से जिस हस्ताक्षर अभियान की अनौपचारिक शुरुआत हुई है, उसकी औपचारिक घोषणा 17 जनवरी को महाकुंभ से होगी। उन्होंने बताया कि मंदिर निर्माण के लिए समर्थन जुटाने का यह हस्ताक्षर अभियान महाकुंभ के बाद संपूर्ण देश में चलाया जाएगा। विदेशों में रह रहे न्यास के पदाधिकारी अपने अपने देशों में भी हस्ताक्षर अभियान चलाएंगे। इसकी रुपरेखा तो 27 नवंबर को वृन्दावन में हुई अंतरराष्ट्रीय धर्म संसद में तय कर ली गई थी। उसी को अब आगे बढ़ाया जा रहा है। 1 फरवरी को होगा महासंवाद एक फरवरी को होने वाले महासंवाद कार्यक्रम की तैयारी भी इसके साथ तेज हो गई हैं। संत गोविंदानंद तीर्थ महाराज ने कहा कि यहां पहले मंदिर ही थे। उनको तोड़कर मस्जिद बनाई गई। आज हम अपने इष्ट आराध्य की जन्म भूमि के मूल गर्भ गृह की मांग कर रहे हैं। इसमें क्या बुराई है। उन्होंने कहा कि जब हनुमान जी लंका गए थे, उन्होंने देखा कि रावण ने भी लंका में घरों को मंदिर का रूप दिया था। उसका उल्लेख रामायण में किया गया है। मस्जिद थी कहां। सफलता जन समर्थन पर करती है निर्भर संत डॉक्टर आदित्या नंद महाराज ने कहा कि जिस तरह अयोध्या में भगवान राम की जन्म भूमि को मुक्त कराने की लड़ाई लड़ी गई ठीक उसी तरह भगवान श्री कृष्ण जी के मंदिर की लड़ाई लड़ी जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि एक दिन ईश्वर कृपा से न्यास अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लेगा। पंडित श्यामानंद जी महाराज ने कहा कि किसी भी आंदोलन की सफलता उसके जन समर्थन पर निर्भर करती है, वह जन समर्थन हमारे साथ है। यह रहे उपस्थित इस मौके पर डॉक्टर लक्ष्मी गौतम, आरबी चौधरी, अधिवक्ता डीडी चौहान, संदीप कौर, समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। श्री कृष्ण जन्म भूमि की मुक्ति के लिए शुरू हुए हस्ताक्षर अभियान का बैनर लगते ही श्री कृष्ण जन्म भूमि के मुख्य द्वार पर हस्ताक्षर करने वालो में होड़ मंच गई। छिंदवाड़ा के मनीष सूर्यवंशी ने हस्ताक्षर करते हुए कहा कि हम सबकी इच्छा है कि भगवान श्री कृष्ण के मूल गर्भ गृह पर उनका भव्य मंदिर का निर्माण हो। मुंबई से यहां दर्शन करने के लिए सुमित भाई पटेल ने तो इस अभियान का हिस्सा बनने की इच्छा व्यक्त की।

श्री कृष्ण जन्मस्थान के लिए शुरू हुआ हस्ताक्षर अभियान
मथुरा में श्री कृष्ण जन्मस्थान की मुक्ति और मंदिर निर्माण की दिशा में एक विशेष हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत की गई है। यह अभियान स्थानीय समुदाय के लोगों और श्रद्धालुओं को मंदिर की जरूरतों को समझने और उस दिशा में कदम उठाने के लिए प्रेरित करता है। यह महत्वपूर्ण कदम न केवल श्री कृष्ण को समर्पित है, बल्कि यह क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत को भी मजबूत करता है।
हस्ताक्षर अभियान का उद्देश्य
इस हस्ताक्षर अभियान का मुख्य उद्देश्य श्री कृष्ण जन्मस्थान की मुक्ति के लिए लोगों को एकजुट करना और व्यापक जन समर्थन जुटाना है। यह पहल समाज के विभिन्न वर्गों को जोड़ने के साथ-साथ धार्मिक विश्वासों को भी मज़बूत करती है। हस्ताक्षर अभियान के माध्यम से, आयोजक चाहते हैं कि अधिक से अधिक लोग इस पवित्र स्थान के विकास में योगदान दें।
महासंवाद का आयोजन
इस मुहिम के तहत 1 फरवरी को प्रयागराज में एक महासंवाद का आयोजन किया जाएगा। इस महासंवाद में प्रमुख वक्ता इस हस्ताक्षर अभियान के महत्व और श्री कृष्ण जन्मस्थान के विकास को लेकर अपने विचार साझा करेंगे। इस आयोजन का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि समस्त समुदाय इस पहल में सक्रिय रूप से भाग ले और अपने विचार प्रस्तुत करे।
समर्थन की आवश्यकता
इस अभियान को सफल बनाने के लिए समाज के सभी सदस्यों से समर्थन की आवश्यकता है। श्री कृष्ण जन्मस्थान के लिए हस्ताक्षर करना केवल एक फॉर्मलिटी नहीं, बल्कि यह एक सक्रिय कदम है जो मथुरा की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान को मजबूत करेगा। लोगों को चाहिए कि वे इस मुहिम में शामिल होकर अपनी आवाज उठाएं।
आप क्या कर सकते हैं?
आप भी इस अभियान में भाग ले सकते हैं। अपने दोस्तों और परिवार के साथ इस विषय पर चर्चा करें और उन्हें भी हस्ताक्षर करने के लिए प्रेरित करें। यह सुनिश्चित करें कि हम सभी मिलकर इस पवित्र स्थल के संरक्षण और विकास के लिए अपना योगदान दें।
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