हिमाचल CM अग्निकांड प्रभावितों से मिलने तांदी पहुंचे:17 घर, 6 गौशालाएं जलकर हुई थी राख; हर संभव सहायता का दिया भरोसा
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सोमवार को कुल्लू जिला के तांदी गांव पहुंचे, जहां पर 1 जनवरी को आग्निकांड में 17 घर और 6 गोशालाएं जलकर राख हो गई थी। इससे 100 से ज्यादा लोग बेघर हो गए थे। मुख्यमंत्री सुक्खू ने अग्निकांड पीड़ितों का दर्द जाना और सरकार की ओर से हर संभव सहायता का भरोसा दिलाया। सीएम सुक्खू ने तांदी गांव में राहत एवं बचाव कार्य का जायजा लिया और जिला प्रशासन से राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। बता दें कि एक जनवरी के अग्निकांड में 17 घरों के अलावा गढ़पति शेषनाग (गांववालों के देवता) का भंडार भी जलकर राख हो गया था। इसके बाद से प्रभावित परिवारों की रातें तंबुओं में कट रही है।

हिमाचल CM अग्निकांड प्रभावितों से मिलने तांदी पहुंचे
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने हाल ही में तांदी का दौरा किया, जहाँ उन्होंने अग्निकांड से प्रभावित परिवारों से मुलाकात की। यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना एक भयानक आग के कारण हुई, जिसमें16 घर, 6 गौशालाएं और आसपास की अन्य संपत्तियाँ जलकर राख हो गईं। मुख्यमंत्री ने प्रभावितों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया और सरकार की ओर से मदद के लिए तत्परता दिखाई।
भयानक अग्निकांड की स्थिति
अग्निकांड की घटना ने स्थानीय समुदाय को गहरा आघात पहुँचाया है। आग ने कई परिवारों का जीवन पूरी तरह से बर्बाद कर दिया और उनके पास आवश्यक वस्तुओं की कमी हो गई। मुख्यमंत्री ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और स्थानीय निवासियों की समस्याओं को सुनने के बाद, तुरंत राहत कार्यों की योजना बनाई।
सरकारी सहायता और राहत कार्य
मुख्यमंत्री ने कहा, "हम प्रभावित परिवारों की हरसंभव मदद करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारी सरकार राहत सामग्री उपलब्ध कराने के साथ-साथ पुनर्वास योजनाओं पर भी काम कर रही है।" उन्होंने यह सुनिश्चित करने का वचन दिया कि आगजनी से प्रभावित लोगों को तत्काल सहायता मिले।
स्थानीय समुदाय की भावना
सीएम के दौरे से प्रभावित लोगों में एक नई आशा जगी है। स्थानीय समुदाय सहयोग करके एक-दूसरे का समर्थन करने के लिए दृढ़ संकल्पित है। अग्निकांड में बर्बाद हुए घरों के पुनर्निर्माण और गौशालाओं के पुनःस्थापन के लिए सरकार और स्थानीय लोगों का एक साथ मिलकर काम करने का प्रयास होगा।
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आगे के कदम
सरकार ने वादा किया है कि वह इस अग्निकांड की जाँच करेगी और अग्नि सुरक्षा नियमों की समीक्षा करेगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएँ दोबारा न हों। प्रभावित लोगों के लिए सहायता पैकेज तैयार किया जा रहा है, जिसमें वित्तीय मदद और आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी।
निष्कर्ष
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के इस दौरे से प्रभावित परिवारों को एक नई ऊर्जा मिली है। सरकार की ओर से जो सहायता का भरोसा दिया गया है, उससे प्रभावित लोग सकारात्मक महसूस कर रहे हैं। यह घटना यह दर्शाती है कि संकट के वक्त सहायता का महत्व कितना बढ़ जाता है। कKeywords: हिमाचल प्रदेश, अग्निकांड, मुख्यमंत्री, तांदी, सहायता, गौशाला, राहत कार्य, प्रभावित परिवार, आग की घटना, पुनर्वास योजना, सरकार का वादा, स्थानीय समुदाय, आगजनी की जाँच, अग्नि सुरक्षा नियम.
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