दिन में जलती मिलीं स्ट्रीट लाइट, वेतन काटने का आदेश:नगर आयुक्त के आदेश पर 5 कर्मचारियों का कटेगा एक दिन का वेतन
दिन में स्ट्रीट लाइटें बंद न करना नगर निगम के 5 कर्मचारियों को भारी पड़ गया। नगर आयुक्त ने इनका एक दिन का वेटन काटने का आदेश दिया है। साथ ही भविष्य में लापरवाही न बरतने की चेतावनी दी है। जताई थी नाराजगी नगर आयुक्त को दिन में भी स्ट्रीट लाइट जलने की शिकायतें मिल रही थीं। सोमवार को भी निरीक्षण के दौरान उन्हें न्यू आगरा क्षेत्र में लाइटें जलती मिली थीं। इस पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिये थे। इसी क्रम में उपनगर आयुक्त सरिता सिंह ने भी निरीक्षण किया था। उन्होंने भी नगर निगम परिसर के बाहर के अलावा लोहामंडी और हरीपर्वत जोन के कई क्षेत्रों में दिन के समय लाइट जलती पाई थी। इन पर की कार्रवाई इस पर उन्होंने सख्त रवैया अपनाते हुए लाेहामंडी जोन के प्रकाश निरीक्षक निखिल वर्मा, हरीपर्वत जोन के प्रकाश निरीक्षक मयंक शर्मा, हरीपर्वत जोन में नगर निगम मुख्य भवन के सामने की लाइट जलती पाये जाने पर स्विचमैन पृथ्वी पारस और नौशाद सभी आउटसोर्स कर्मचारी के अलावा स्थाई कर्मचारी और स्विच मैन महेंद्र के अलावा आउटसोर्स कर्मचारी अजय ड्राइवर पर कार्रवाई की है। वाहन खड़ा मिला था उक्त कर्मचारी द्वारा संचालित किया जाने वाला वाहन पूर्वाह्न 11 बजे तक लोहामंडी जोन स्थित निगम के भवन में ही खड़ा मिला था। सभी आउटसोर्स कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने और स्थायी कर्मचारी का एक दिन का वेतन रोकने के निर्देश दिये गये हैं। इसके साथ उप नगर आयुक्त ने सभी प्रकाश निरीक्षकों को निर्देश दिये हैं कि वे अपने अपने जोन में लाइटों को प्रातः काल समय में बंद करने के सख्त हिदायत अपने अधीनस्थों को दें। फर्म पर लगाया जुर्माना निरीक्षण के दौरान नगरायुक्त को कई स्थानों पर ट्री लाइटें भी दिन के समय जलती मिली थीं। वृक्षों पर लगाई गयीं ट्री लाइटों को जलाने और बुझाने के लिए जिम्मेदार मै. एआरवी एन्टरप्राइजेज पर 10 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है।

दिन में जलती मिलीं स्ट्रीट लाइट, वेतन काटने का आदेश
नगर आयुक्त के आदेश पर 5 कर्मचारियों का कटेगा एक दिन का वेतन
सड़क पर दिन के समय जलती हुई स्ट्रीट लाइट्स ने नगर आयुक्त के ध्यान को आकर्षित किया है। वर्तमान में, यह एक सामान्य समस्या बन चुकी है, जिसे अधिकारियों ने गंभीरता से लेते हुए कार्यवाही करने का निर्णय लिया है। इस मामले में, नगर आयुक्त द्वारा आदेश दिए गए हैं कि जिन कर्मचारियों की लापरवाही के कारण ये लाइट्स दिन में जलती रहीं, उनके एक दिन के वेतन में कटौती की जाएगी।
इस आदेश के पीछे की वजह यह है कि स्ट्रीट लाइट्स की उचित रखरखाव न होने से न केवल बिजली का बेवजह उपयोग होता है, बल्कि यह नगर के सौंदर्य को भी बर्बाद करता है। इससे लागत में वृद्धि और जलवायु परिवर्तन पर भी नकारात्मक असर पड़ता है। नगर आयुक्त का यह कदम प्रदूषण और ऊर्जा की बर्बादी को रोकने के लिए उठाया गया है।
प्रशासन ने यह भी कहा है कि ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए सख्त निगरानी रखी जाएगी। अगले चरण में, नगर निगम सभी स्ट्रीट लाइट्स की नियमित जांच करने और उनकी स्थिति को सुधारने की योजना बना रहा है। इन प्रयासों का मुख्य उद्देश्य पैसे की बर्बादी को रोकना और नागरिकों को बेहतर सेवाएं देना है।
निष्कर्ष
नगर आयुक्त के इस आदेश का उद्देश्य न केवल कर्मचारियों को जवाबदेह ठहराना है, बल्कि यह सही दिशा में एक कदम बढ़ाने का भी संदेश देता है। भले ही यह एक छोटा मुद्दा प्रतीत होता हो, लेकिन सही प्रबंधन और जवाबदेही से हमें अपने नगर को स्वच्छ और सुरक्षित बनाने में मदद मिलेगी।
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