झांसी जेल में 19 साल का बंदी HIV पॉजिटिव मिला:कुल संख्या 4 हुई, 1036 बंदियों की हो रही है स्क्रीनिंग, टीबी मरीजों की संख्या- 0
झांसी के जिला कारागार में 19 साल का बंदी HIV पॉजिटिव मिला है। अब जेल में इस रोग से ग्रसित बंदियों की संख्या चार हो गई है। बंदियों की सेहत को लेकर चल रहे विशेष अभियान के तहत जेल में स्क्रीनिंग की जा रही है। जिसमें HIV के अलावा टीबी की भी जांच हो रही है। अच्छी बात यह है कि टीबी मरीजों की संख्या शून्य मिली है। यहां की सलाखों के पीछे बंद करीब 1036 बंदियों की जांच होनी है। इसमें से 773 बंदियों की जांच अब तक हो चुकी है। जेल से ही चल रहा है उपचार जेल में बंद बंदियों की सेहत को लेकर फिक्रमंद प्रशासन द्वारा उनकी नियमित जांच कराई जाती है। इस समय जिला अस्पताल की टीम द्वारा बंदियों की टीबी और एचआइवी की जांच की जा रही हैं। अब तक 773 बंदियों की जांच हो चुकी है, जिसमें एक बंदी एचआइवी पॉजिटिव पाया गया है। अभी 263 बंदियों की जांच बाकी है। एक भी बंदी में टीबी के लक्षण नहीं पाए गए हैं। बंदियों की जांच जिला चिकित्सालय के डॉ. पंकज दुबे, परामर्शदाता अंकित मिश्रा, नरेन्द्र, नीतेश व हरगोविन्द कर रहे हैं। एक बंदी की हो चुकी है जमानत इस संबंध में वरिष्ठ जेल अधीक्षक विनोद कुमार सिंह ने बताया कि शासन के आदेश पर जेल के बंदियों की जांच की जा रही है। जेल में पहले HIV से ग्रसित 4 बंदी थे, जिसमें 1 को जमानत मिलने पर उसकी रिहाई हो चुकी है। बाकी 3 बंदियों का लगातार उपचार चल रहा है। अब एक और बंदी एचआइवी पॉजिटिव पाया गया है, जिससे एचआईपी बंदियों की संख्या फिर से 4 हो गई है। मरीजों की कराई जा रही ART डॉ. पंकज दुबे ने बताया कि एचआइवी वायरस है। इसका सही समय पर इलाज न हो, तो फिर यह एड्स में तब्दील हो जाता है। मनुष्य के शरीर में रोग से लड़ने की क्षमता खत्म हो जाती है और उसको कई बीमारियां घेर लेती हैं। एड्स के मरीज को जीवनभर उपचार कराना पड़ता है। इसके लिए उनको एंटी रेट्रोवायरस थैरेपी (ART) दी जाती है, जिससे उनको लम्बी उम्र और स्वस्थ जीवन जीने में मदद मिलती है। जेल में बन्द हैं 1,036 बंदी जेल में इस समय 1,036 बंदी हैं। जिसमें 729 विचाराधीन पुरुष और 28 महिला बंदी हैं, जबकि 265 पुरुषों व 14 महिला कैदी पर दोष सिद्ध हो चुका है। इसमें महिला बंदी के साथ एक बच्चा भी रहता है।

झांसी जेल में 19 साल का बंदी HIV पॉजिटिव मिला: कुल संख्या 4 हुई
झांसी, उत्तर प्रदेश - झांसी जेल में हाल ही में एक 19 साल के बंदी की HIV पॉजिटिव रिपोर्ट आई है, जिससे यहां संक्रमित बंदियों की कुल संख्या 4 हो गई है। यह जानकारी जेल प्रशासन ने साझा की है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए 1036 बंदियों की स्क्रीनिंग शुरू की है।
स्क्रीनिंग प्रोग्राम और स्वास्थ्य सेवा
जेल में स्क्रीनिंग प्रक्रिया के अंतर्गत, सभी बंदियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है ताकि बीमारी के प्रसार को रोका जा सके। जेल अधिकारियों का कहना है कि यह कदम विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता सीमित है।
टीबी के मामलों की स्थिति
इस बार की स्क्रीनिंग में एक सुखद जानकारी यह है कि जेल में टीबी (तपेदिक) मरीजों की संख्या शून्य है। यह दर्शाता है कि जेल प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीबी के खिलाफ कार्यवाही सफल रही है।
बंदियों की कल्याण योजनाएँ
स्वास्थ्य सेवाओं के साथ-साथ, जेल प्रशासन ने बंदियों के मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए कई कल्याण योजनाओं पर भी कार्य किया है। ऐसे प्रयासों के माध्यम से आशा है कि बंदियों को बेहतर स्वास्थ्य और जीवन की गुणवत्ता मिलेगी।
इस महत्वपूर्ण सूचना के साथ, स्वास्थ्य विभाग और जेल प्रशासन ने सभी बंदियों को जागरूक करने और उनकी स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को प्राथमिकता देने की योजना बनाई है।
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