प्रतिष्ठा द्वादशी को लेकर राम जन्मभूमि परिसर में तैयारियां तेज:क्यूआर कोड से अतिथियों का होगा प्रवेश, अंगद टीला प्रांगण स्थल पर लग रहा जर्मन हैंगर टेंट
अयोध्या में तीन दिवसीय प्रतिष्ठा द्वादशी को लेकर राम जन्मभूमि परिसर में तैयारियां तेज हो गई है। मौसम को देखते हुए अंगद टीला प्रांगण स्थल पर जर्मन हैंगर टेंट लगाए जा रहे हैं। यहां पर आम जनों को भी प्रवेश मिलेगा। प्राण प्रतिष्ठा की व्यवस्था की तरह इस बार भी आमंत्रित सदस्यों के आमंत्रण पत्र में क्यूआर कोड डाला गया है, जिसके जरिए मंदिर परिसर में प्रवेश दिया जाएगा। वहीं दूसरी तरफ श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट संघ परिवार के सहयोग से नगर में जगह-जगह बैठक कर कार्यक्रम को व्यापक बनाने में जुटा हुआ है। राम मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रतिष्ठा द्वादशी उत्सव में आने वाले आमंत्रित सदस्यों के आमंत्रण पत्र में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट कर कोड डाल कर प्रवेश देने की तैयारी कर रहा है। प्रवेश की पूरी व्यवस्था प्राण प्रतिष्ठा की तरह किए जाने की योजना है। जिससे आमंत्रित सदस्य को ही परिसर के अंदर प्रवेश दिया जा सके। व्यवस्थाओं को लेकर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय और परिसर के एसपी सुरक्षा बलरामचारी दुबे सहित अन्य अधिकारी की बैठक हुई। इसके बाद सभी ने अंगद टीला क्षेत्र का निरीक्षण किया। राम मंदिर से सटा हुआ अंगद टीला का प्रांगण है इसलिए सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अधिकारी सतर्क हैं।

प्रतिष्ठा द्वादशी को लेकर राम जन्मभूमि परिसर में तैयारियां तेज
राम जन्मभूमि परिसर में प्रतिष्ठा द्वादशी को लेकर तैयारियों में तेजी आ गई है। इस पवित्र अवसर पर बड़े पैमाने पर आयोजन का योजना बनाई जा रही है, जिसमें अत्याधुनिक तकनीक का प्रयोग किया जाएगा। इस बार अतिथियों के लिए प्रवेश प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए क्यूआर कोड का उपयोग किया जाएगा। यह कदम समारोह को सुगम और दक्ष बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है।
क्यूआर कोड से होगा अतिथियों का प्रवेश
अंगद टीला प्रांगण स्थल पर आयोजित समारोह में भाग लेने वाले सभी अतिथियों को अब क्यूआर कोड के माध्यम से प्रवेश मिलेगा। यह तकनीकी पहल कार्यक्रम के दौरान भीड़ को नियंत्रित करने में मदद करेगी और साथ ही हर व्यक्ति का रिकॉर्ड रखना भी आसान बनाएगी। यह कदम आधुनिकता के साथ-साथ सुरक्षा को भी सुनिश्चित करेगा।
जर्मन हैंगर टेंट की विशेषताएं
इस साल समारोह स्थल पर जर्मन हैंगर टेंट लगाए जा रहे हैं, जो कि अपने विशाल आकार और मजबूत संरचना के लिए प्रसिद्ध हैं। ये टेंट बड़े आकार के कार्यक्रमों के लिए आदर्श हैं, और इनकी खासियत यह है कि ये मौसम की किसी भी स्थिति में सुरक्षित रहते हैं। यहाँ तक कि बारिश या तेज धूप में भी, ये टेंट सभी उपस्थित लोगों को कवर रखेंगे।
कार्यक्रम की तैयारियों के बारे में जानकारी देते हुए आयोजकों ने कहा कि प्रतिष्ठा द्वादशी का यह आयोजन राम जन्मभूमि पर भारतीय संस्कृति और परंपरा का एक बड़ा उदाहरण होगा। सभी विधियों और प्रकार्य को भव्य तरीके से अंजाम दिया जाएगा। इससे पहले भी राम जन्मभूमि परिसर में कई ऐतिहासिक कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किए जा चुके हैं और इस बार भी उम्मीद है कि यह आयोजन सफल होगा।
निर्माण कार्यों और तैयारियों का जायजा लेते हुए मंदिर विकास समिति ने सभी संबंधित व्यक्तियों को कार्यों को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही, मंडल की टीम ने सुगम यातायात व्यवस्था के लिए भी तैयारी कर ली है।
समारोह की लाइव स्ट्रीमिंग योजना भी बनाई गई है, ताकि वे लोग जो मौके पर उपस्थित नहीं हो पाएंगे, वे भी इस पवित्र अवसर का हिस्सा बन सकें। इस आयोजन को लेकर सभी में उत्साह और जिज्ञासा नजर आ रही है।
इस प्रकार, प्रतिष्ठा द्वादशी पर राम जन्मभूमि परिसर में होने वाले कार्यक्रमों को लेकर सभी तैयारियां अपने अंतिम चरण में हैं।
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